भारत 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में काफी कुछ खास हो रहा है. साल 2023 में परेड के दौरान देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और मजबूत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को दर्शाती 23 झांकियां कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगी. इनमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 17 और विभिन्न मंत्रालयों व विभागों से 6 झांकियां शामिल होंगी. आइये जानते हैं इस बार की परेड में क्या-क्या खास होने वाला है.
मिस्र के राष्ट्रपति होंगे चीफ गेस्ट, सेना भी लेगी हिस्सा
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि होंगे. यह पहला मौका है, जब अल सीसी को गणतंत्र दिवस पर चीफ गेस्ट बनाया गया है. मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत करेगी. मिस्र की सेना के 144 जवानों की यह टुकड़ी गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेगी. इस परेड में मिस्र की सेना का 12 सदस्यीय बैंड भी हिस्सा लेगा.
सलामी में गरजेंगी स्वदेशी इंडियन फील्ड गन
पारंपरिक तौर पर गणतंत्र दिवस पर 21 तोपों की सलामी जिस तोप से होती थी, अब वो नहीं होगी. पहले गणतंत्र दिवस से पिछले साल तक 21 तोपों की सलामी ब्रिटिश जमाने की 25-पाउंडर आर्टिलरी (25-Pounder Artillery) से होती थी. अब इस बार से यह भारत में बनी 105 मिमी के इंडियन फील्ड गन (105 mm Indian Field Gun) से होगी.
पैसेंजर ड्रोन का जादू
कर्तव्यपथ पर भारत के पहले पैसेंजर ड्रोन का जादू भी दिखेगा. इस पैसेंजर ड्रोन को वरुणा का नाम दिया गया है. इसे पुणे के सागर डिफेंस इंजीनियरिंग की ओर से बनाया गया है. कुछ समय पहले भारतीय नौसेना ने नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में वरुणा का प्रदर्शन किया था. जानकारी के मुताबिक इस पैसेंजर ड्रोन में एक व्यक्ति सवारी कर सकता है. ये पैसेंजर ड्रोन 130 किलोग्राम वजन के साथ करीब 25 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. एक बार उड़ान भरने के बाद वरुणा ड्रोन 25-33 मिनट तक हवा में रह सकता है.
ऊंट सवार महिला दस्ता
देश में सीमा सुरक्षा बल का पहला ऊंट सवार महिला दस्ता आगामी गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार पुरुष ऊंट दस्ते के साथ राजपथ की परेड में हिस्सा लेगा. इस बीएसएफ वूमेन कैमल कॉन्टीजेन्ट को राजस्थान फ्रंटियर के ट्रेनिंग सेंटर और बीकानेर सेक्टर ने तैयार किया है. यह दुनिया का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता है. महिला ऊंट सवार दस्ते का ड्रेस डिजाइन भी अद्भुत और खास तरह का है.
वायुसेना के गरुड़ कमांडो होंगे शामिल
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडो शामिल हो रहे हैं. गरुड़ कमांडो (Garud Commando) इंडियन एयरफोर्स की स्पेशल घातक फोर्स है. ये दुनिया के बेस्ट कमांडो फोर्स में से एक हैं. इनकी ट्रेनिंग सबसे लंबी होती है. ये 72 हफ्तों की ट्रेनिंग के बाद घातक कमांडो बनते हैं.