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गणतंत्र दिवस: 61 घुड़सवार सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगे परेड कमांडर के बेटे अहान

अहान कुमार, जिनकी उम्र 25 वर्ष है, अपने घोड़े 'रणवीर' पर सवार होकर उस प्रतिष्ठित घुड़सवार टुकड़ी का नेतृत्व करेंगे जो 1953 में विभिन्न रियासती दलों के विलय के बाद स्थापित की गई थी. उनके परिवार की सैन्य पृष्ठिभूमि और पिता और दादा के योगदान ने उन्हें प्रेरित किया है.

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लेफ्टिनेंट जनरल भावनिश कुमा, और उनके बेटे लेफ्टिनेंट अहान कुमार
लेफ्टिनेंट जनरल भावनिश कुमा, और उनके बेटे लेफ्टिनेंट अहान कुमार

76वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर रविवार को ऐतिहासिक 61वीं घुड़सवार टुकड़ी का नेतृत्व जवान लेफ्टिनेंट अहान कुमार करेंगे. अहान के लिए यह गौरव का क्षण होगा क्योंकि वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चलेंगे, जो परेड कमांडर के रूप में मार्च का नेतृत्व करेंगे.

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लेफ्टिनेंट अहान कुमार के लिए 76वें गणतंत्र दिवस परेड एक विशेष अवसर है. कर्तव्य पथ पर ऐतिहासिक 61 घुड़सवार टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चलेंगे, जो इस वर्ष के परेड कमांडर हैं. इस प्रतिष्ठित परेड में अहान का यह पहला अवसर होगा, और वह अपने परिवार की सैन्य परंपरा का सम्मान आगे बढ़ा रहे हैं.

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दादा और नाना को अपना आदर्श मानते हैं अहान

अहान के पिता लेफ्टिनेंट जनरल भावनिश कुमार, जो दिल्ली एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग हैं, परेड का नेतृत्व करेंगे. अहान हमेशा अपने दादा और नाना को अपना आदर्श मानते आए हैं, जो 1965 और 1971 के युद्धों में सेना में सेवा कर चुके हैं.

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61 घुड़सवार टुकड़ी, जो 1953 में स्थापित की गई थी, जयपुर में आधारित है और कई रियासी बलों जैसे मैसूर लैंसर्स, जोधपुर लैंसर्स और ग्वालियर लैंसर्स के विलय के बाद बनाई गई थी. इस टुकड़ी को परेड में भाग लेने के लिए तैयार करने के लिए विशेष रूप से मेहनती तैयारी की गई है.

साहिल के पिता भी नौसेना की टुकड़ी का हिस्सा थे

नौसेना के लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल आहलूवालिया भी पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेंगे. उनके लिए यह परेड विशेष होगी क्योंकि 1991 में उनके पिता भी नौसेना की टुकड़ी का हिस्सा थे. इस वर्ष की परेड में उनके साथ तीन प्लाटून कमांडर होंगे, और वे सभी 144 युवा नौसैनिकों के साथ कदम से कदम मिलाकर मार्च करेंगे.

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लेफ्टिनेंट कमांडर आहलूवालिया का कहना है कि दिल्ली की सर्द हवाएं और अन्य चुनौतियों के बावजूद, कर्तव्य पथ पर मार्च करने का अनुभव उन्हें एक गर्वित भारतीय बनने की अनुभूति दिलाता है. गणतंत्र दिवस परेड में सभी प्रतिभागी देश के प्रति अपने कर्तव्यों का प्रदर्शन करेंगे, जिससे यह अवसर और भी गौरवमयी बन जाता है. परेड के समापन में कैप्टन असीश राणा और कैप्टन डिंपल सिंह भाटी की रोमांचक मोटरसाइकिल स्टंट्स शामिल होंगी.

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