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CBI मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल के ‘रेड नोटिस’ की बहाली के लिए उठा रही कदम

पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर देश से भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी का हाल-बेहाल है. बिजनेस टुडे पर छपी टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कभी देश के अमीरों में शुमार रहे इस शख्स की एक कंपनी के खाते में महज 236 रुपये की राशि शेष बची है.

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मेहुल चोकसी- फाइल फोटो
मेहुल चोकसी- फाइल फोटो

CBI ने पंजाब नेशनल बैंक से भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ ‘रेड नोटिस’ बहाल करने के लिए ‘कमीशन फॉर कंट्रोल ऑफ इंटरपोल फाइल्स’ (CCF) से संपर्क किया है. इंटरपोल ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर 2018 में चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था. इसके खिलाफ चोकसी की अपील 2020 में खारिज कर दी गई थी.

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एजेंसी ने कहा, अपने कथित अपहरण के प्रयास के लगभग एक साल बाद वर्ष 2022 में चोकसी ने 2020 के CCF के पूर्व के फैसले को संशोधित करने के लिए उससे संपर्क किया. बता दें कि सीसीएफ, इंटरपोल के भीतर एक अलग निकाय है, जो इंटरपोल सचिवालय के नियंत्रण में नहीं है और इसमें मुख्य रूप से विभिन्न देशों के निर्वाचित वकील नियुक्त हैं.

एजेंसी के मुताबिक, केवल काल्पनिक और अप्रमाणित अनुमानों के आधार पर पांच सदस्यीय सीसीएफ चैंबर ने नवंबर, 2022 में रेड नोटिस को हटाने का निर्णय लिया. एजेंसी ने कहा कि सीसीएफ ने बाद में सीबीआई को स्पष्ट किया है कि उसका फैसला किसी भी तरह से मेहुल चोकसी के किसी भी अपराध या निर्दोषता पर कोई प्रभाव नहीं डालता है, जिस पर भारत में आरोप लगाया गया है.

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पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर देश से भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी का हाल-बेहाल है. बिजनेस टुडे पर छपी टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कभी देश के अमीरों में शुमार रहे इस शख्स की एक कंपनी के खाते में महज 236 रुपये की राशि शेष बची है. इसमें बताया गया कि उसकी कंपनी फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (Firestar Diamond International Pvt Ltd) के बैंक खाते से कोटक महिंद्रा बैंक ने इनकम टैक्स बकाये की राशि ट्रांसफर की है.

कंपनी के खाते से 2.46 करोड़ रुपये एसबीआई (SBI) अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने के बाद अब इसमें सिर्फ इतनी ही रकम बची है. हालांकि, जो रकम कोटक महिंद्रा बैंक ने ट्रांसफर की है, वो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) ने कुल बकाये का महज एक हिस्सा ही है.

नीरव मोदी के बुरे दिनों की शुरुआत साल 2019 में शुरू हो गई थी. जब पंजाब नेशनल बैंक उस पर और उसके मामा मेहुल चोकसी पर बैंक कर्मचारियों की मदद से 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. इसके बाद से ही दोनों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा शुरू की गई और 19 मार्च 2019 को उसे होलबोर्न से गिरफ्तार कर लिया गया था.
 

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