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कोलकाता कांड: पीड़िता के परिवार से मिले राज्यपाल बोस, बोले- माता-पिता ने मुझे कुछ गोपनीय बातें बताईं

कटक से लौटे बोस एयरपोर्ट से सीधे उत्तर 24 परगना जिले में महिला डॉक्टर के घर गए और पीड़िता के माता-पिता से बात की. मीडिया से बात करते हुए बोस ने कहा, 'मैंने माता-पिता दोनों की बात सुनी है. मैं एक बंद लिफाफे में मुख्यमंत्री को लिखूंगा. उन्होंने मुझे कुछ बातें बताई हैं, जो अभी गोपनीय हैं.'

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उपद्रव के बाद आरजी कर अस्पताल का दौरा करते पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बोस (PTI photo)
उपद्रव के बाद आरजी कर अस्पताल का दौरा करते पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बोस (PTI photo)

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस बुधवार को आरजी कर अस्पताल की पीड़िता के घर पहुंचे और उसके परिवार वालों से मुलाकात की. कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद से लोगों में आक्रोश है और देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं.

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कटक से लौटे बोस एयरपोर्ट से सीधे उत्तर 24 परगना जिले में महिला डॉक्टर के घर गए और पीड़िता के माता-पिता से बात की. मीडिया से बात करते हुए बोस ने कहा, 'मैंने माता-पिता दोनों की बात सुनी है. मैं एक बंद लिफाफे में मुख्यमंत्री को लिखूंगा. उन्होंने मुझे कुछ बातें बताई हैं, जो अभी गोपनीय हैं.'

राज्यपाल ने परिवार को दिया न्याय का आश्वासन
 
राज्यपाल के करीबी सूत्रों के अनुसार, पीड़िता के माता-पिता का दर्द देखकर बोस भी भावुक हो गए. उन्होंने मंगलवार को उनसे दो बार फोन पर बात की थी और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया था. पश्चिम बंगाल में बुधवार को सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं क्योंकि आरजी कर अस्पताल की घटना के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने लगातार 13वें दिन अपना काम बंद रखा.

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अस्पताल की सुरक्षा में तैनात होंगे 150 जवान

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के लगभग 150 जवानों को तैनात किया जा रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. 

सर्वोच्च अदालत के आदेश के एक दिन बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सरकारी अस्पताल में सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती के संबंध में निर्देश दिए हैं. इससे पहले सुबह में, एक डीआइजी-रैंक अधिकारी के नेतृत्व में सीआईएसएफ की एक टीम ने अस्पताल परिसर का दौरा किया था.

10 सदस्यीय टास्क फोर्स गठन करने का निर्देश
 
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को डॉक्टरों की सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए एक नेशनल प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए 10 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन करने का निर्देश दिया. टास्क फोर्स तीन हफ्ते के भीतर अपनी अंतरिम रिपोर्ट और दो महीने के भीतर अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी. शीर्ष अदालत ने डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आरजी कर अस्पताल में सीआईएसएफ की तैनाती का भी आदेश दिया है.

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