लोकसभा चुनाव 2024 में आरएलडी भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी. पार्टी ने बागपत और बिजनौर में जीत भी हासिल की. केंद्र में एनडीए सरकार बनाने जा रहा है और चूंकि आरएलडी अब एनडीए का हिस्सा है इसलिए पार्टी ने मंत्रालय की मांग भी की है. एक ताजा विवाद बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की बैठक में आरएलडी नेता जयंत चौधरी के बैठने की जगह को लेकर भी खड़ा हो रहा है. पार्टी ने इसका भी जवाब दिया है.
एनडीए (NDA) की बैठक में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को तीसरी बार संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है. इस बैठक में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के तमाम नेता मौजूद रहे. आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'एनडीए (न्यू-डेवलप्ड-एस्पिरेशनल इंडिया) ने तीसरे ऐतिहासिक कार्यकाल के लिए नरेंद्र मोदी जी को हमारा प्रधानमंत्री चुन लिया है.'
'किसान और नौजवान से जुड़ी जिम्मेदारी मिले'
एनडीए में शामिल आरएलडी ने किसान या युवाओं से संबंधित मंत्रालय की मांग की है. यूपी कैबिनेट मंत्री और आरएलडी विधायक अनिल कुमार ने कहा, 'हमें लगता है कि जयंत चौधरी को अहम जिम्मेदारी मिलनी चाहिए. आरएलडी की जो विचारधारा है वह किसान और मजदूरों की है. अगर केंद्र सरकार में जिम्मेदारी मिलती है तो उनसे जुड़ी जिम्मेदारी मिले. आरएलडी की प्राथमिकता में किसान और नौजवान हैं. उन्हीं को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी मिले तो अच्छा रहेगा.'
मंच पर नहीं मिली जयंत चौधरी को जगह
उन्होंने कहा, 'ऊपर बैठना या नीचे बैठना कोई बड़ी बात नहीं है. ब्रॉड माइंडेड होकर राजनीति करनी चाहिए. छोटी बातों के बारे में नहीं सोचना चाहिए. आरएलडी एनडीए का मुख्य घटक दल है जो साथ है और साथ रहेगा.' दरअसल बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की बैठक में कई दिग्गज नेता पीएम मोदी के साथ मंच पर बैठे थे. लेकिन जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गई और वह सामने बैठे हुए थे.
सपा और कांग्रेस ने उठाए सवाल
इसे लेकर सपा और कांग्रेस ने सवाल उठाया. यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जयंत चौधरी को नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर जगह नहीं मिली. मोदी जी के यहां जो जाएगा उसके साथ यही होगा. पार्टी में शामिल कराते वक्त बड़े-बड़े गुलदस्ते और हार दिए जाते हैं, लेकिन बाद में अपमानित किया जाता है. वहीं, सपा ने सवाल पूछा कि एक सांसद वाली पार्टी की अनुप्रिया पटेल को मंच पर जगह मिल गई लेकिन दो सांसद वाले आरएलडी के नेता को नहीं मिली.
'अब उन्हें क्या जरूरत पड़ रही है'
सपा के आरएलडी को बुलाने पर अनिल कुमार ने कहा, 'अब उन्हें क्या जरूरत पड़ रही है. वे कैसे सरकार बना लेंगे. स्पष्ट बहुमत एनडीए के पास है.' आरएलडी नेता ने कहा, 'एक तरफ बीजेपी के आंकड़े देखिए और दूसरी तरफ उनकी बड़ी पार्टी कांग्रेस के आंकड़े देखिए. सरकार 5 साल चलने जा रही है.'
उन्होंने कहा, 'किसान के सम्मान की बात अब ये लोग कर रहे हैं. 70 साल तक इन लोगों ने देश पर राज किया है. कभी उन्होंने सोचा हमको सम्मान देने के लिए. अगर उनके विषय में किसी ने सोचा तो पीएम मोदी ने.'
आईटी मंत्रालय पर टीडीपी की नजर
वहीं एनडीए की बैठक के बाद गठबंधन में शामिल तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के सूत्रों का कहना है कि पार्टी की प्राथमिकता आईटी मंत्रालय, बंदरगाह एवं जल संसाधन और शहरी विकास हैं. टीडीपी की नजर वित्त राज्य मंत्री पर भी है क्योंकि आंध्र प्रदेश को केंद्र से विशेष वित्तीय सहायता की जरूरत है.