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अब पानीपत में हंगामा, नूंह हिंसा में मारे गए अभिषेक के घर के पास पथराव और तोड़फोड़

पानीपत में नूह हिंसा में जान गंवाने वाले अभिषेक के घर के पास तोड़फोड़ और पथराव हुआ है. घटना गुरुवार रात 9 बजे की है. यहां कुछ शरारती तत्वों ने हंगामा किया और एक मीट की दुकान में तोड़फोड़ की. ASP मयंक मिश्रा ने बताया माहौल शांतिपूर्ण है.

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पानीपत में दुकान और कार में तोड़फोड़ की गई है.
पानीपत में दुकान और कार में तोड़फोड़ की गई है.

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा का असर पानीपत में भी देखने को मिला है. गुरुवार रात कुछ शरारती तत्वों ने जमकर हंगामा किया और उत्पात मचाया है. पथराव और तोड़फोड़ भी की गई है. यह घटना नूंह हिंसा में मारे गए अभिषेक के घर के पास घटी है. हालात बिगड़ने से पहले अभिषेक का परिवार आगे आया और मोर्चा संभाला. उन्होंने विवाद को शांत करवाया. बाद में पुलिस पहुंची और घटना के संबंध में जानकारी ली.

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जानकारी के मुताबिक, अभिषेक के घर के पास स्थित एक मीट की दुकान के शीशे तोड़े गए हैं. गली में खड़ी एक गाड़ी के शीशे तोड़ दिए. ये शरारती तत्व नशे में बताए गए. अभिषेक के परिजन ने ही मामले को शांत करवाया. घटना के बाद समुदाय विशेष के कुछ परिवार घर छोड़कर निकल गए. इन लोगों को पुलिस की गाड़ी में सुरक्षित जगह छोड़ा गया.

'शरारती तत्वों की पहचान की जा रही है'

पुलिस का कहना था कि अब हालात काबू में हैं. मौके पर पुलिसबल तैनात हैं. डीएसपी सुरेश कुमार हालात पर नजर बनाए हुए हैं. रात 2 बजे पानीपत के  ASP मयंक मिश्रा मौके पर पहुंचे. स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि हालात काबू में हैं. कुछ शरारती तत्वों ने तोड़फोड़ की है. उनकी पहचान की जा रही है.

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'नूंह हिंसा में गई 6 लोगों की जान'

बता दें कि नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत छह लोगों की जान गई है. इनमें एक नाम पानीपत के अभिषेक (24 साल) का है. बताया गया कि अभिषेक विहिप के जुलूस में शामिल था. 

कैसे फैली थी हिंसा? 

दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था. प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली गई थी. सोमवार को बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह हिंसा में बदल गया. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. फायरिंग भी हुई. इसके अलावा एक मंदिर में सैकड़ों लोगों को बंधक बनाया गया. पुलिस की दखल के बाद लोगों को वहां से निकाला गया. पुलिस पर भी हमला हुआ. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया.

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सुप्रीम कोर्ट पहुंचा नूंह हिंसा मामला

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सुप्रीम कोर्ट में नूंह में हुई हिंसा को लेकर याचिका लगाई गई. इस दौरान कोर्ट ने पूछा कि आपकी प्रार्थना क्या है? इस पर याचिकाकर्ता ने कहा, पहले तो रैलियों पर रोक लगाई जाए. सुबह से अब तक दिल्ली में 23 स्थानों से रैलियां निकाली गई हैं. इसमें भड़काऊ भाषण किए जाने की आशंका है. उससे हालात बिगड़ सकते हैं. जस्टिस खन्ना ने इस याचिका पर दिल्ली सरकार को नोटिस देते हुए कहा, अतिरिक्त अर्ध सैन्य बल मंगाने की जरूरत पड़े तो मंगा लें. लेकिन सुनिश्चित किया जाए कि जान माल का नुकसान न हो. कोर्ट ने कहा, किसी भी समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाले या भड़काने वाले बयान और भाषण ना हों. इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई होगी.

(रिपोर्ट- प्रदीप)

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