Russia-Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन की बीच जारी तनाव ने भारत की चिंता भी बढ़ा दी है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां तो भारत में उनके परिजनों को सुरक्षा की चिंता सता रही है.
यूक्रेन में करीब 18 हजार भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाने करने गए छात्र हैं. इन लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. इसी बीच नागरिक विमानन मंत्रालय ने एक अहम फैसला लेते हुए भारत और यूक्रेन की बीच उड़ानों पर लगी पाबंदी को हटा दिया है. अब भारत और यूक्रेन के बीच कितनी भी उड़ानें उड़ सकती हैं.
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पूरी तरह शुरू नहीं हुई हैं. अभी जो उड़ानें उड़ रही हैं, वो बायो बबल एग्रीमेंट के तहत उड़ रही हैं. इससे उड़ानों की संख्या सीमित हो गई है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों ने यूक्रेन में भारतीय दूतावास (Indian Embassy in Ukraine) से फ्लाइट्स न मिलने की शिकायत की थी.
ये भी पढ़ें-- '20 मील दूर रूसी सेना...घर के ऊपर उड़ रहे हेलिकॉप्टर', Ukraine में फंसे स्टूडेंट्स ने बयां किया दर्द
इसके बाद नागरिक विमानन मंत्रालय (MoCA) ने यूक्रेन आने-जाने वाली उड़ानों (Ukraine-India Flight) की सीमित संख्या पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है. अब एयरलाइन कितनी भी फ्लाइट्स संचालित कर सकती हैं. इसके साथ ही स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट्स भी ऑपरेट हो सकती हैं.
MoCA has removed restriction on number of flights & seats b/w India-Ukraine in Air Bubble arrangement. Any number of flights and Charter flights can operate. Indian airlines informed to mount flights due to increase in demand. MoCA facilitating in coordination with MEA: MoCA pic.twitter.com/kzVEIOLj9p
— ANI (@ANI) February 17, 2022
इससे पहले मंगलवार को भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों और अन्य नागरिकों को स्वदेश लौटने की सलाह दी थी. दूतावास ने बयान जारी कर कहा था कि जिन भारतीयों और छात्रों का यहां रहना जरूरी नहीं हो, वो अपने देश लौट जाएं.
केंद्र ने कंट्रोल रूम बनाए, हेल्पलाइन नंबर जारी किए
सरकार ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को संयम बरतने की सलाह दी है. भारतीय दूतावास ने नागरिकों से अपील की है कि वो घबराएं नहीं. जो भारत वापस जाना चाहते हैं, उन्हें कमर्शियल फ्लाइट में टिकट लेने की सलाह भी दी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया है कि यूक्रेन की स्थिति को देखते हुए नई दिल्ली और कीव में कंट्रोल रूम बनाया गया है. उन्होंने ये भी बताया कि मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल जारी किया गया है, जिस पर 24X7 संपर्क कर सकते हैं.
दिल्ली में बने कंट्रोल रूम की कॉन्टैक्ट डिटेलः
फोन नंबरः 1800118797 (Toll free), +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905
फैक्सः +91-11-23088124
ईमेलः situationroom@mea.gov.in
कीव में बने कंट्रोल रूम की कॉन्टैक्ट डिटेलः
फोन नंबरः +380 997300428, +380 997300483
ईमेलः cons1.kyiv@mea.gov.in
रूस और यूक्रेन के बीच क्या है विवाद?
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे वक्त से विवाद चल रहा है. दरअसल, यूक्रेन NATO में शामिल होना चाहता है, लेकिन रूस ऐसा नहीं चाहता है.
रूस को लगता है कि अगर यूक्रेन NATO में शामिल हुआ तो NATO के सैनिक और ठिकाने उसकी सीमा के पास आकर खड़े हो जाएंगे. हालांकि, NATO ने ऐसा नहीं होने का भरोसा दिलाया है. इसलिए रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास 1 लाख से ज्यादा सैनिक और हथियार तैनात कर दिए हैं.
दोनों देशों के बीच ताजा विवाद को NATO से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि, इससे पहले 2014 में भी दोनों देशों के बीच संघर्ष हुआ था और उस वक्त रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था.