India On China: कोरोना काल के बीच बदले दुनिया के ऑर्डर से इतर चीन की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है. भारत (India) पड़ोसी होने के साथ-साथ एक बड़ा देश भी है, ऐसे में वह उसके लिए चुनौती बनता है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर कई बातें कही हैं, साथ ही बताया कि QUAD जैसा संगठन क्यों ज़रूरी है.
एक कार्यक्रम में जब चीन (China) की चुनौती से निपटने को लेकर सवाल हुआ तब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि चीन एक बड़ा प्लेयर है, उसके साथ हर किसी की अलग-अलग समस्याएं हो सकती हैं. जो किसी एक देश की दिक्कत है, वो दूसरे देश की नहीं होगी. लेकिन ऐसी परिस्थिति में भी किसी तरह का गैंग नहीं बनाना चाहिए.
QUAD को लेकर एस. जयशंकर ने कहा कि ये किसी के खिलाफ नहीं है, ये सिर्फ एक शांतिपूर्ण संकल्प है. हमें पॉजिटिव रहना चाहिए, ऐसे ही किसी चीज़ के लिए निगेटिव होना भी ठीक नहीं है. पहले हमने साउथ एशिया को लेकर काम नहीं किया, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं इसलिए QUAD का होना जरूरी है.
I want to make one thing clear - Quad is a peaceful resolution, it's not against somebody. It's important not to be railroaded into some kind of negative discourse & we should not fall for it. We should be positive: EAM S Jainshakr on 'Rise of China', at USISPF Leadership Summit pic.twitter.com/qkeFLH3oQ4
— ANI (@ANI) September 30, 2021
भारत-अमेरिका के रिश्तों पर क्या बोले?
USISPF एनुअल लीडरशिप समिट में एस. जयशंकर ने कहा कि अभी अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए ये और भी ज़रूरी हो जाता है. अफगानिस्तान का मसला एक क्षेत्र का मसला है, हिन्द-प्रशांत का इलाका एक अलग और अहम क्षेत्र है, हर किसी को नियमों के हिसाब से ही सभी का सम्मान करना चाहिए.
विदेश मंत्री ने इस दौरान भारत-अमेरिका के संबंधों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि आज दोनों देशों के रिश्ते काफी बेहतर हुए हैं, जो विश्व के लिए भी अच्छा संकेत है. ट्रेड से लेकर सैन्य साझेदारी तक दोनों देश एक साथ आगे बढ़ रहे हैं.
आपको बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिकी दौरा हुआ था, इस दौरान पीएम मोदी ने द्विपक्षीय मुलाकात से इतर QUAD की बैठक में हिस्सा लिया था. भारत-अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया-जापान के इस ग्रुप के कारण चीन परेशान है, यही वजह है कि चीन की ओर से लगातार इसको लेकर टिप्पणी की गई है.