भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के अधिकारी WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से बातचीत करने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे यहां खिलाड़ियों की बात सुनने आए थे. उनकी मांगों का खुलासा नहीं करेंगे. पहलवानों से मिलकर खेल प्राधिकरण के अधिकारी धरना स्थल से चले गए. उनके फिर से सुबह आने की बात कही गई है. वहीं खेल प्राधिकरण के प्रतिनिधि ने भी कहा कि खिलाड़ियों की शिकायत पर FIR दर्ज की जानी चाहिए.
पहलवान पहुंचे हैं सुप्रीम कोर्ट
बता दें कि, जंतर-मंतर पर न्याय की मांग के लिए बैठे पहलवानों ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शीर्ष अदालत से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है. इसके लिए पहलवान विनेश फोगाट के साथ ही छह अन्य महिला पहलवानों ने याचिका दाखिल की है और पहले से की जा रही FIR दर्ज करने की मांग दोहराई है. पहलवानों ने रविवार देर रात सुप्रीम कोर्ट में ये याचिका दाखिल की है. इस मामले में याचिकाकर्ताओं के वकील नरेंद्र हुडा हैं जो मंगलवार को उनकी तरफ से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सामने याचिका पर जल्द सुनवाई किए जाने की मांग करेंगे.
SAI प्रतिनिधि पहुंचे जंतर-मंतर
इसी बीच सोमवार को भारतीय खेल प्राधिकरण से जुड़े अधिकारी, जंतर-मंतर पहुंचे थे. उन्होंने खिलाड़ियों का हाल लिया और उनसे उनके उठाए गए मुद्दों पर बात की. उन्होंने ने कहा कि, वे यहां खिलाड़ियों की बात सुनने आए थे. उनकी मांगों का खुलासा नहीं करेंगे. पहलवानों से मिलकर खेल प्राधिकरण के अधिकारी धरना स्थल से चले गए.
21 अप्रैल को दी थी कनॉट प्लेस थाने में शिकायत
पहलवानों के मुताबिक, उन्होंने 21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दी थी. शिकायत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने उनकी प्रार्थना पर FIR दर्ज नहीं की है. पहलवान बीते तीन महीने से कुश्ती महासंघ अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे हैं. 21 अप्रैल की शिकायत पर भी एक्शन न लेने पर पहलवान रविवार को एक बार फिर जंतर-मंतर पर जुटे और प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने आरोपों को दोहराया था. इसके पहले भी जनवरी 2023 में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ कई पहलवान जंतर-मंतर पर जुटे थे और अपनी बात रखी थी.
महिला पहलवानों से यौन शोषण का आरोप
पहलवानों का आरोप है कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण होता है. इसके साथ ही महासंघ के अध्यक्ष पर तानाशाही और मनमानी करने का भी आरोप लगाया है. जंतर-मंतर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट का कहना था कि उनके समेत कई पहलवान मेंटल टॉर्चर से जूझ रहे हैं. हम नहीं सुरक्षित हैं तो फिर कौन सुरक्षित है.