डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ एकजुट हुए पहलवानों के भीतर ही टूट की खबर सामने आ रही है. अब उनका सार्वजनिक विवाद सामने आ गया है. पहलवानों ने एक लाइव वीडियो संदेश में योगेश्वर दत्त की आलोचना की है. साक्षी मलिक ने कहा है कि हमने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा है. हमने न कभी किसी का हक लिया है और न ही कभी किसी का हक लेंगे. हम यहां हैं क्योंकि हमने कुश्ती में प्रतिस्पर्धा करने के लिए बहुत मेहनत की है.
साक्षी ने कहा, हम 6 महीने से कुश्ती से दूर हैं, हमने सिर्फ ट्रायल और कुछ समय मांगा है. लोग बोल रहे हैं कि हम ख़तम हो गए.
वहीं बजरंग पुनिया ने कहा, मैं और विनेश आज भी टॉप 8 पहलवानों में हैं, अगर आप टॉप 10 में आएं तो बता दो हमको. विनेश ने कहा कि आपके भाई ने इन लड़कियों को बुलाया और कहा कि इस कमरे के बाहर किसी को भी समिति की बैठकों के बारे में बात नहीं करनी चाहिए. हम इन सबकी हकीकत दिखाना चाहते थे. हम सीधे प्रायोजन के लिए लड़ रहे हैं जो महासंघ को मिलना चाहिए.
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, हम इसलिए लड़ रहे हैं ताकि युवा और उभरते पहलवानों को सीधे प्रायोजक मिल सकें, जो बृज भूषण ने नहीं होने दिया.
'जब तक कुश्ती में योगेश्वर जैसे जयचंद रहेंगे...'
बीते कई महीनों से पहलवानों और भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बीच जारी 'नूराकुश्ती' शुक्रवार को एक अलग ही दिशा में मुड़ गई. बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने वाले पहलवानों में से एक विनेश फोगाट ने पहलवान योगेश्वर दत्त के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी और उन्हें कुश्ती का जयचंद करार दिया है.
ट्रायल में छूट देने पर उठाए सवाल
असल में इससे पहले पहलवान योगेश्वर दत्त ने धरना करने वाले तीन पहलवानों को एशियन गेम्स में ट्रायल्स में छूट देने को लेकर सवाल उठाए थे और वीडियो में जारी कर इस मुद्दे को उठाया था. इस वीडियो के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने उन पर निशाना साधा है. योगेश्वर दत्त का वीडियो के सामने आने के बाद आंदोलन करने वाली महिला पहलवान विनेश फोगाट ने उन पर जम कर निशाना साधा और बृजभूषण सिंह के तलवे चाटने का आरोप लगा दिया.
ट्रायल में छूट देना गलत
योगेश्वर दत्त योगेश्वर दत्त ने IOA कमेटी पर धरने पर बैठे पहलवानों को ट्रायल में छूट देने को लेकर सवाल उठाया था. योगेश्वर दत्त ने कहा पता नहीं किसने critaria बनाया है कि धरने पर बैठे छह पहलवान सीधे फाइनल ट्रायल में हिस्सा लेंगे. अगर ऐसे ही ट्रायल लेना है तो इन पहलवानों के अलावा ओलंपिक में मेडल विजेता रवि दहिया, दीपक पुनिया,अंशु मलिक, सोनल मलिक जो देश के एक नंबर के पहलवान हैं. उन्हें भी मौका दिया जाए.सिर्फ छह ही पहलवानों को छूट देना मेरे हिसाब से गलत है.