राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख (22 जनवरी) काफी नजदीक आ गई है. इस दौरान बीजेपी समेत कई सियासी दलों के नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्योता मिल चुका है, जबकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव सहित कुछ नेता ऐसे भी हैं, जिन्हें अब तक न्योता नहीं मिला है. राम मंदिर को लेकर बयानबाजी का दौरा भी जारी है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भगवान किसी की बपौती नहीं हैं.
सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपना काम करे, हम अपना काम करेंगे. भगवान किसी की बपौती नहीं हैं, भगवान तो सबके हैं. बीजेपी कितना भी बोल ले, लेकिन सबकी अपनी आस्था है. जनता को तय करने दीजिए कि वह क्या चाहती है. यह राजनीति का सवाल नहीं है. सलमान खुर्शीद ने सीट शेयरिंग की प्रक्रिया को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर सीट बंटवारे पर चर्चा की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. बंगाल यूनिट आज हमसे मिल रही है, अगले दो दिनों में महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, यूपी और बिहार की यूनिट्स भी मिलेंगी. उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण राज्य है और वहां समाजवादी पार्टी मजबूत है.
मायावती के सवाल पर क्या बोले खुर्शीद
मायावती को INDIA गठबंधन में शामिल किए जाने के सवाल पर सलमान खुर्शीद हंसते हुए बोले कि कांग्रेस INDIA गठबंधन का हिस्सा है और मायावती पर फैसला सभी साझेदारों को मिलकर लेना है. सीट बंटवारे में भी सभी को तालमेल बिठाना होगा, क्योंकि जीतना ही गठबंधन का फॉर्मूला है.
किन-किन नेताओं को मिला न्योता
राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को न्योता मिला है. अब तक कांग्रेस की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया है कि पार्टी के नेता अयोध्या में होने वाले समारोह में शामिल होंगे या नहीं. इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू यादव को भी बुलाया गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी निमंत्रण मिला है. ट्रस्ट की ओर से लेफ्ट पार्टी के नेताओं को बुलाया गया है. इसको लेकर सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने स्पष्ट कर दिया है कि वो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे.इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को अबतक निमंत्रण नहीं मिला है. पार्टी नेता डिंपल यादव ने कहा है कि अगर उन्हें न्योता मिलेगा, तो वो अयोध्या जरूर जाएंगे. अगर न्योता नहीं मिलेगा तो वो भगवान के दर्शन करने के लिए बाद में जाएंगे.