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भूटान सीमा के पास चीन बना रहा है नए गांव, सैटेलाइट तस्वीरों में साफ आए नजर 

साईबुरु क्षेत्र में 39 दो मंजिला कंस्ट्रक्शन दिखाई दिए हैं, जिनमें से 27 पूरी तरह से बने हुए दिख रहे हैं. जबकि, पूर्वी क्लस्टर में सभी 15 कंस्ट्रक्शन पूरी तरह से बने हुए दिखाई दे रहे हैं. मध्य क्लस्टर में 5 में से 3 और पश्चिमी क्लस्टर में 19 में से 9 कंस्ट्रक्शन पर अभी भी काम चल रहा है.

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सैटेलाइट तस्वीरों के विशेषज्ञ क्रिस बिगर्स ने तस्केवीरों का विश्लेषण किया
सैटेलाइट तस्वीरों के विशेषज्ञ क्रिस बिगर्स ने तस्केवीरों का विश्लेषण किया
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) पर आधारित सैटेलाइट तस्वीरें
  • चीन की नई बस्तियां साफ देखी जा सकती हैं
  • नए गांव के बड़े हिस्से में दो मंजिला कंस्ट्रक्शन

स्पेस फर्म कैपेला स्पेस से सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) पर आधारित सैटेलाइट तस्वीरें आई हैं. इन तस्वीरों में चीन-भूटान सीमा के पास, चीन की बनाई गई नई बस्तियों की झलक साफ देखी जा सकती है.

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इस साल की शुरुआत में आईं सैटेलाइट तस्वीरों में, भूटान सीमा के पास नए चीनी गांवों के होने का पता चला था. हालांकि, वे तस्वीरें कम रिज़ॉल्यूशन की थीं इसलिए इन कंस्ट्रक्शन की प्रकृति और स्थिति के बारे में सही से पता नहीं चल पाया था. सैटेलाइट तस्वीरों के विशेषज्ञ, वाशिंगटन के क्रिस बिगर्स के विश्लेषण के मुताबिक, इन नए गांवों के एक बड़े हिस्से में दो मंजिला कंस्ट्रक्शन हैं.

19 नवंबर को ली गई तस्वीरों में से एक में, साईबुरु क्षेत्र में 39 दो मंजिला कंस्ट्रक्शन दिखाई दिए हैं, जिनमें से 27 पूरी तरह से बने हुए दिख रहे हैं. जबकि, पूर्वी क्लस्टर में सभी 15 कंस्ट्रक्शन पूरी तरह से बने हुए दिखाई दे रहे हैं. मध्य क्लस्टर में 5 में से 3 और पश्चिमी क्लस्टर में 19 में से 9 कंस्ट्रक्शन पर अभी भी काम चल रहा है.

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क्रिस बिगर्स के विश्लेषण के आधार पर, चीन-भूटान सीमा के पास साईबुरु क्षेत्र में नए गांव की सैटेलाइट तस्वीर

अगले दिन, कैटांगशा क्षेत्र की एक तस्वीर में कम से कम 84 कंस्ट्रक्शन देखे गए. इनमें से 45 पूरी तरह से बने हुए लग रहे हैं, जबकि बाकी 39 पर काम हो रहा है.

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क्रिस बिगर्स के विश्लेषण के आधार पर, चीन-भूटान सीमा के पास कैटांगशा क्षेत्र में नए गांव की सैटेलाइट तस्वीर 

19 नवंबर को कैपेला स्पेस की तस्वीर में कुले के आस-पास के क्षेत्र में 80 कंस्ट्रक्शन होने का पता चला है, जो 4 क्लस्टर में फैले दिखाई दे रहे थे. इनमें 58 कंस्ट्रक्शन पूरे होने के करीब लग रहे थे, जबकि 9 पर काम अभी भी जारी था. इसके अलावा, चीन के गांव के पूर्वी क्लस्टर में 15 नींव भी देखी गईं.

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क्रिस बिगर्स के विश्लेषण के आधार पर, चीन-भूटान सीमा के पास कुले क्षेत्र में नए गांव की सैटेलाइट तस्वीर

जेन्स इंटेलिजेंस रिव्यू में प्रकाशित अपने विश्लेषण में बिगर्स ने कहा- '2020 के लद्दाख संकट के दौरान जब निर्णय लेने वालों का इस ओर ध्यान नहीं था, तब चीन ने भूटान के विवादित क्षेत्र में सीमावर्ती गांवों के निर्माण की कोशिशें तेज कर दी थीं.'

पंगडा गांव के पास चीन का विस्तार जारी

भूटान और चीन के बीच विवादित क्षेत्र के अंदर पहला गांव-पंगडा, पिछले साल सैटेलाइट तस्वीरों में देखा गया था. तस्वीरों में दिखाया गया था कि कैसे चीन ने न केवल भूटान सीमा के पास एक नए गांव का निर्माण किया, बल्कि स्टोरेज बंकर जैसे सहायक मिलिट्री ढांचे बनाना भी जारी रखा था.

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ओपन-सोर्स सैटेलाइट मैपिंग प्लेटफॉर्म पर, हाल ही में उपलब्ध कराई गई हाई रिज़ॉल्यूशन तस्वीरों से पता चला है कि चीन ने पंगडा गांव के उत्तरी हिस्से में, 38 अन्य कंस्ट्रक्शन बना लिए हैं. नई बस्ती का काम नवंबर 2020 से नवंबर 2021 में बीच पूरा हो गया.

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पंगडा गांव के उत्तर में एक नई बस्ती की सैटेलाइट इमेज ©मैक्सर टेक्नोलॉजी

पंगडा गांव से आगे दक्षिण में, कम से कम 6 नींव पर भी काम चल रहा है. अभी नींव बनी देखी गई हैं, जिनपर आने वाले समय में कंस्ट्रक्शन किए जाने की संभावना है.

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पंगडा गांव के दक्षिण में निर्माणाधीन नींव की सैटेलाइट इमेज ©मैक्सर टेक्नोलॉजी

पिछले साल सैटेलाइट तस्वीरों में, पहली बार पंगडा गांव के उत्तर-पश्चिम की तरफ, बंकर स्टोरेज समेत सेना का बैकअप देखा गया था. इसमें हाल ही में बड़ा विस्तार देखा गया है. इस साल नवंबर में ऑप्टिकल इमेज में, वहां कुछ नए शेल्टर और कुछ छिपाई गई चीजें दिख रही हैं. चीन के मिलिट्री इलाके में सेना के दर्जनों वाहन और मशीनें भी देखी जा सकती हैं.

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पंगडा गांव के उत्तर-पश्चिम में चीन की सैन्य सुविधा की सैटेलाइट तस्वीर ©मैक्सर टेक्नोलॉजी

इस साल की शुरुआत में, भूटान और चीन ने 'भूटान-चीन सीमा वार्ता में तेजी लाने के लिए थ्री-स्टेप रोडमैप' नाम के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. 15 अक्टूबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था- 'हमने आज भूटान और चीन के बीच समझौते (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. आप जानते हैं कि भूटान और चीन 1984 से सीमा वार्ता कर रहे हैं. भारत इसी तरह चीन के साथ सीमा वार्ता कर रहा है.'

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