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केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन ने पत्नी और बेटियों के नाम पर 16 करोड़ की धोखाधड़ी की, ED का दावा

प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले महीने दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था. ED ने कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में यह कार्रवाई की थी.

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आप नेता सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
आप नेता सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे सत्येंद्र जैन
  • पिछले महीने ईडी ने किया था गिरफ्तार
  • 9 जून तक ईडी कस्टडी में रहेंगे जैन

मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए अरविंद केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कथित तौर पर 16 करोड़ रुपये से अधिक का शोधन किया है. उनके परिवार के साथ, जैन परिवार के दो अन्य लोग भी इस व्यापक साजिश का हिस्सा होने के चलते ईडी की जांच के दायरे में हैं.

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सत्येंद्र जैन पर जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए अपनी दो बेटियों सहित अपने परिवार के सदस्यों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. इंडिया टुडे टीवी द्वारा एक्सेस की गई जांच रिपोर्ट के अनुसार, सत्येंद्र जैन की पत्नी और दो बेटियों ने सत्येंद्र जैन से जुड़ी कंपनियों से कारोबार की आड़ में करोड़ों रुपये प्राप्त किए हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्येंद्र कुमार जैन, उनके परिवार और दोस्तों का दिल्ली की चार कंपनियों में नियंत्रण और हिस्सेदारी थी. दिल्ली सरकार का हिस्सा बनने से पहले जैन चार में से तीन फर्मों के निदेशकों में से एक थे. 

जांच रिपोर्ट में लिखा है कि इन कंपनियों ने 2011-2016 की अवधि के दौरान 16.4 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की है, जिसमें 2015-2016 में 4.61 करोड़ रुपये शामिल है. इस दौरान सत्येंद्र जैन एक लोक सेवक थे. यह पैसा सत्येंद्र कुमार जैन, उनके परिवार के सदस्यों और उनके व्यापारिक सहयोगियों, अजीत प्रसाद जैन और सुनील कुमार जैन के परिवारों का है.

कोलकाता की शेल कंपनी से ऐसे बने जैन परिवार के रिश्ते

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रिपोर्ट में कहा गया है कि एंट्री ऑपरेटर्स ने उन कंपनियों के शेयरों में निवेश के जरिए पैसा वापस किया, जिनमें सत्येंद्र जैन निदेशक थे.रिपोर्ट के मुताबिक सत्येंद्र जैन की पत्नी का Paryas Infosolutions Pvt के निदेशक के रूप में कंपनियों का नियंत्रण था. वहीं सत्येंद्र जैन और उनके व्यापारिक सहयोगियों ने कोलकाता स्थित प्रवेश ऑपरेटरों को नकद राशि प्रदान की.

रिपोर्ट में कहा गया है कि एंट्री ऑपरेटर्स ने उन कंपनियों के शेयरों में निवेश के जरिए पैसा वापस किया, जिनमें सत्येंद्र जैन निदेशक थे. वहीं मार्च 2016 में मंगलायतन प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के 1.5 लाख शेयर सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम ने कोलकाता की एक शेल कंपनी को 15 लाख रुपये में बेचा था. जांच एजेंसी के अनुसार, इसने सत्येंद्र जैन और कोलकाता स्थित शेल कंपनी के बीच संबंध स्थापित किया.

जैन के दो दोस्त मंत्री के इशारे पर कर रहे थे काम!

अन्य कंपनियों के मामले में, जांच रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि सत्येंद्र जैन ने कंपनियों को नियंत्रित किया और अपनी पत्नी पूनम जैन, बेटियों सौम्या और श्रेया के माध्यम से धन का शोधन किया. जांच एजेंसियों ने यह भी आरोप लगाया है कि आप नेता के लंबे समय से सहयोगी और दोस्त- अजीत प्रसाद जैन और सुनील कुमार जैन, मंत्री के इशारे पर कथित तौर पर धनशोधन कर रहे थे.

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इस मामले में अजीत प्रसाद जैन के बेटे विभव और सुनील कुमार जैन के बेटे अंकुश ने भी एजेंसियों के सामने अपना बयान दर्ज कराया है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सत्येंद्र जैन की बेटियों को कथित तौर पर किसी भी वास्तविक व्यवसाय में भाग लिए बिना उनके बैंक खातों में बड़ी मात्रा में धन प्राप्त हुआ है.

सत्येंद्र जैन का मंत्रालय अब सिसोदिया के पास 

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके मंत्रालयों को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आवंटित किया गया है. मनीष सिसोदिया अब स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, यूडी, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण और जल मंत्रालय संभालेंगे. सिसोदिया के पास अब 18 विभागों की जिम्मेदारी होगी. सत्येंद्र जैन फिलहाल मंत्री बने रहेंगे, लेकिन उनके पास कोई मंत्रालय नहीं होगा. 

अभी 9 जून तक ईडी कस्टडी में रहेंगे सत्येंद्र जैन 

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सत्येंद्र जैन को 9 जून तक ईडी कस्टडी में भेजा है. कोर्ट ने जैन के वकील के आग्रह पर वकील को हिरासत में पूछताछ के दौरान मौजूद रहने की इजाज़त दी थी और कहा था कि पूछताछ की प्रक्रिया को देख सकते हैं लेकिन सुन नहीं सकते है.
 

 

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