प्रतिष्ठित मैगजीन टाइम (TIME Magazine) ने 15 वर्षीय भारतीय मूल की अमेरिकी साइंटिस्ट गीतांजलि राव को 'किड ऑफ द ईयर' (Kid of the Year) के खिताब से नवाजा है. गीतांजलि राव (Gitanjali Rao) को ये खिताब दूषित पानी और साइबर बुलीइंग जैसे अहम मुद्दों पर काम करने के लिए दिया गया है. अपने इनोवेशन पर बात करते हुए गीतांजलि कहती हैं कि 'बहुत सारी प्रेरणा मुझे भारत से मिली हैं. भारत में पानी की समस्या को देखते हुए मुझे यह समझने में मदद मिली कि विशेष रूप से भारत में पानी की समस्या कितनी व्यापक है.' बकौल गीतांजलि यह त्रासदी है कि लोगों के पास पीने के लिए साफ पानी नहीं है, जबकी स्वच्छ पानी सभी का अधिकार है.
भारत से जुड़ी यादें कीं शेयर
अमेरिका के कॉलोराडो के डेनवर में रहने वाली TIME 'किड ऑफ द ईयर' गीतांजलि राव ने भारत का कई बार दौरा किया है. वो कहती हैं कि कई बार भारत आई हूं. मेरे दोस्त, परिवार के कई सदस्य और चचेरे भाई भारत में रहते हैं. जब भी मैं वहां जाती हूं, मेरे पास सीखने के लिए कुछ नया होता है. एक किस्सा याद करते हुए गीतांजलि कहती हैं कि जब मैं बहुत छोटी थी, मुझे कुएं से अपने चचेरे भाई के साथ पानी लाने के लिए कहा गया था. इस पानी को मेरी दादी उबालती और फिर हम इसे पीते. पानी के लिए हमें बहुत दूर जाना पड़ता था.
कहां से मिली प्रेरणा?
जब गीतांजलि से पूछा गया कि आपको ऐसे इनोवेशन की प्रेरणा कहां से मिली, तो उन्होंने कहा कि मैरी क्यूरी मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा थीं. इसके अलावा मेरे माता-पिता का बहुत बड़ा सहयोग रहा है. यही नहीं भारत से मेरे दादा-दादी और परिवार के सदस्यों ने भरपूर साथ दिया. कई वैज्ञानिकों से भी मुझे प्रेरणा मिली. गीतांजलि ने भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को भी अपना प्रेरणास्त्रोत माना है. साथ ही उनके नक्शेकदम पर चलने की बात कही.
गीतांजलि ने साइबर बुलीइंग रोकने के लिए एक वेब टूल Kindly बनाया है. यह ऐसे शब्दों या वाक्यांशों की पहचान करता है जिन्हें बुलीइंग माना जा सकता है. गीतांजलि कहती हैं कि "जैसे आप कोई शब्द टाइप करते हैं और अगर उसमें ज़रा सा भी बुलीइंग का सेंस आ रहा हो तो ये टूल आपको ऑप्शंस देता है कि आप इसे तुरंत भेजना चाहेंगे या एडिट करना चाहेंगे." इसके अलावा गीतांजलि ने एक डिवाइस 'टेथिस' को इन्वेन्ट किया है. यह डिवाइस को पानी में कुछ समय तक डालने के बाद बता देता है कि पानी में लेड की मात्रा कितनी है.
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कोरोना को लेकर कही ये बात
वहीं कोरोना वायरस महामारी को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे पास कुछ आइडियाज हैं जिन पर मैं काम करूंगी. लेकिन सबसे पहले सभी वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को धन्यवाद, जो नौ महीने के भीतर एक वैक्सीन विकसित करने की कगार पर हैं. मेरा विचार यह है कि वैक्सीनेशन प्रक्रिया को यथासंभव सहज और प्रभावी बनाने पर काम हो. साथ ही भविष्य में ऐसी दूसरी महामारी के लिए भी तैयार रहना होगा.
सुपर हीरोज बेहद पसंद
गीतांजलि आगे कहती हैं कि मुझे सुपर हीरोज बेहद पसंद हैं. मार्वल फिल्मों को देखने का मुझमें जुनून है क्योंकि समस्याओं को सुलझाने में मेरी दिलचस्पी रहती है. यही वजह है कि मैं एक विज्ञान सुपर हीरो बनना चाहती हूं. वहीं, भविष्य की योजनाओं पर गीतांजलि ने कहा कि मेरी इनोवेशन वर्कशॉप मेरे सेल्फ सस्टेनिंग हो. मेरा मन भविष्य की योजनाओं पर बदलता रहता है और आखिर में अपने पसंदीदा भारतीय एक्टर पर गीतांजलि कहती हैं कि मैं सबटाइटल्स के साथ भारतीय फिल्में देखती हूं. मैंने हाल ही में शाहरुख खान से मुलाकात की जो बेहद इक्साइटिंग पर्सन लगे. प्रियंका चोपड़ा ने भी हाल ही में ट्वीट किया था.
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