केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज तक के खास कार्यक्रम 'सीधी बात' में शिरकत की. सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर हरदीप पुरी ने कहा कि इससे हरियाली बढ़ेगी और आज इसकी जरूरत है. इसके बनने से किसी ऐतिहासिक बिल्डिंग को नुकसान नहीं होगा, बल्कि सारे विभाग एक जगह पर हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि मौजूदा संसद भवन काफी कमजोर है. बड़े भूकंप से बड़ा नुकसान हो सकता है. सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की शुरुआत कांग्रेस ने की थी, लेकिन उसके शासन में कुछ नहीं हुआ. अब जब इसके बनने की शुरुआत हो गई है तो लोग इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर रिटायर्ड अफसरों ने मुझे चिट्ठी लिखी थी. ये मामला कोर्ट भी गया था.
किसान आंदोलन पर हरदीप पुरी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री इस मसले को लेकर बातचीत के लिए तैयार हैं. किसानों के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं. कई राउंड उनसे बातचीत भी हुई है. जल्दी ही इस मसले का भी समाधान हो जाएगा.
कोरोना महामारी को लेकर सीधी बात में हरदीप पुरी ने कहा कि इस वक्त जो समस्याएं आई हैं, सबको मिलकर साथ आना चाहिए. कोरोना महामारी हमारे लिए चुनौती है. वैक्सीन को लेकर हमारी तैयारी अच्छी है. सीरम और भारत बायोटेक को हम एडवांस पमेंट कर चुके हैं, दिसंबर तक वैक्सीन की कोई कमी नहीं रहने वाली है.
बता दें कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने इस प्रोजेक्ट के लागत पर चल रही चर्चाओं पर स्पष्टीकरण दिया था. उन्होंने कहा था कि इस समय सिर्फ दो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. ये प्रोजेक्ट हैं नया संसद भवन और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू.
हरदीप पुरी ने कहा कि नए संसद भवन की लागत 862 करोड़ और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू की लागत 477 करोड़ है. कुल मिलाकर ये लागत लगभग 1300 करोड़ रुपये है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ नए संसद में मनाएंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि पुराना संसद भवन भूकंप क्षेत्र सेस्मिक जोन-2 में था, भगवान न करें अगर कोई हादसा हो जाए तो इसका नतीजा क्या सकता है? लेकिन नई बिल्डिंग सेस्मिक जोन-4 में बनाई जा रही है. जहां खतरा कम है.