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जेल में बंद तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी को झटका, भाई को किया गया डिटेन! जानें क्या है मामला?

तमिलनाडु कैबिनेट के मंत्री सेथिल बालाजी के भाई अशोक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में डिटेन किया गया है. बालाजी के भाई को ईडी की उसी टीम ने डिटेन किया है, जो उनके मामले की जांच कर रही है. हालांकि, ईडी ने अभी तक अशोक को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है.

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सेंथिल बालाजी और उनके भाई अशोक
सेंथिल बालाजी और उनके भाई अशोक

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को तमिलनाडु कैबिनेट के मंत्री सेथिल बालाजी के भाई अशोक को डिटेन कर लिया है. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में लिया गया है. इस मामले में ईडी उन्हें कई बार समन भेज चुकी थी. लेकिन इसके बावजूद पेश नहीं होने की वजह से उन्हें हिरासत में लिया गया है. 

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ईडी और आयकर विभाग के अधिकारियों ने डीएमके के मंत्री सेंथिल बालाजी, उनके भाई अशोक और कुछ दोस्तों की संपत्तियों पर छापेमारी की थी. ईडी ने पूछताछ के लिए अशोक को चार बार समन भेजा था लेकिन वह एक बार भी एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए थे. इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ईडी की टीम ने उन्हें डिटेन किया है. हालांकि, ईडी ने अभी तक अशोक को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है.

बालाजी के भाई को ईडी की उसी टीम ने डिटेन किया है, जो उनके मामले की जांच कर रही है. इससे एक दिन पहले ही ईडी ने सेंथिल बालाजी के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 3000 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी. इस चार्जशीट में अब तक सिर्फ बालाजी का नाम ही शामिल है.

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बता दें कि सेंथिल और उनकी रिश्तेदारों की संपत्तियों पर लगातार हुई छापेमारी और जांच के बाद 10 अगस्त को ईडी ने अशोक की पत्नी निर्मला की संपत्तियां फ्रीज कर दी थीं. 

सेंथिल बालाजी को नौकरी के बदले कैश मामले में 14 जून को गिरफ्तार किया गया था. वह उस समय डीएमके सरकार में परिवहन मंत्री थे. 

ईडी ने पांच दिनों की पूछताछ के बाद 12 अगस्त को सेंथिल बालाजी को 25 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. कुछ दिन पहले सात अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सेंथिल बालाजी की रिहाई के लिए दायर की गई याचिकाएं खारिज कर दी थी. वह फिलहाल पुझल सेंट्रल जेल में बंद हैं.

क्या है पूरा मामला? 

तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री वी सेंथिल बालाजी के ठिकानों पर 24 घंटे छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें 14 जून को गिरफ्तार कर लिया था. इस दौरान मंत्री की तबीयत बिगड़ गई थी और वो पुलिस हिरासत में अस्पताल ले जाए जाने तक रोते दिखाई दिए थे. मंत्री से धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत नौकरी घोटाले को लेकर पूछताछ की गई. इस पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. यह छापेमारी करीब 24 घंटे तक चली और उनसे पूछताछ भी की गई.

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इसके बाद उन्हें बताया गया कि उन्हें जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है. अपनी गिरफ्तारी की खबर सुनने के बाद उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें चेन्नई के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया. 

रोते दिखे थे DMK नेता 

जांच एंजेसी जब उन्हें गिरफ्तार कर अस्पताल के लिए ले जा रही थी, तब उन्हें एंबुलेंस में खूब रोते हुए देखा गया. इस दौरान उनके समर्थकों ने ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की धी. पुलिस DMK नेता को पकड़कर स्ट्रेचर तक लिटाती देखी गई थी. इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था.

14 दिन की न्यायिक रिमांड उनकी गिरफ्तारी के बाद सेंथिल बालाजी की पत्नी ने मद्रास हाईकोर्ट का रुख किया था. इसके बाद अदालत ने सेंथिल बालाजी को 14 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड पर भेज दिया.

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