दिल्ली पुलिस की पीसीआर कॉल पर शाइस्ता परवीन को लेकर मिली एक कॉल से हड़कंप मच गया. दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर शाहिस्ता परवीन को लेकर दिल्ली पुलिस को एक कॉल मिली थी. इसके बाद अतीक अहमद की पत्नी की लोकेशन को दिल्ली से यूपी तक अफरा तफरी का माहौल बन गया. असल में सोमवार को दिल्ली पुलिस को कॉल मिली कि शाहिस्ता परवीन दिल्ली के बवाना से यूपी के हरदोई की तरफ जाने वाली बस में जा रही है. कॉल करने वाले शख्स ने उस प्राइवेट बस का नम्बर भी पुलिस को शेयर किया. दिल्ली पुलिस की टीम ने उस बस का पीछा घंटों तक किया, बस को रोका गया लेकिन शाइस्ता बस में मौजूद नहीं थी.
यूपी पुलिस लगातार कर रही है छापेमारी
दरअसल, यूपी पुलिस शाइस्ता परवीन को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. हर संभावित ठिकाने, जहां शाइस्ता हो सकती है, उसे खोजा जा रहा है. प्रयागराज के ग्रामीण इलाकों से लेकर यूपी के गांवों तक में पुलिस शाइस्ता को पकड़ने के लिए खाक छान रही है, उसे ड्रोन से भी खोजा जा रहा है, लेकिन शाइस्ता अभी तक कहीं भी नजर नहीं आई है. इसी बीच उसके देखे जाने की सूचना मिलती है. पुलिस को इनपुट मिलते हैं कि शाइस्ता किसी जगह पर दिखी है, लेकिन वहां पहुंचने पर भी शाइस्ता हाथ से निकल जाती है.
बवाना से हरदोई (यूपी) जाने वाली बस का मिला था इनपुट
ऐसा ही एक इनपुट दिल्ली पुलिस को सोमवार को मिला. सोमवार को दिल्ली पुलिस को कॉल मिली कि शाहिस्ता परवीन दिल्ली के बवाना से यूपी के हरदोई की तरफ जाने वाली बस में जा रही है. कॉल करने वाले शख्स ने उस प्राइवेट बस का नम्बर भी पुलिस को शेयर किया. दिल्ली पुलिस की टीम ने उस बस का पीछा घंटों तक किया, बस को रोका गया लेकिन शाइस्ता बस में मौजूद नहीं थी.
चार दिन पहले भी पकड़ी जा सकती थी शाइस्ता
इसी तरह चार दिन पहले भी शाइस्ता लगभग पकड़ी ही जाने वाली थी. एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस चार दिन पहले शाइस्ता परवीन के काफी करीब पहुंच गई थी. शाइस्ता को लेकर एक बड़ा ऑपरेशन पुलिस की तरफ से चलाया गया था. पुलिस को प्रयागराज में शाइस्ता के होने की पुख्ता जानकारी मिली थी. सूत्रों ने ये भी बताया कि जब लोगों को जानकारी मिली कि पुलिस की टीम दबिश देने आ रही है, तब मस्जिद से एक अनाउंसमेंट भी की गई. बाकायदा महिलाओं को घर से निकलने की अनाउंसमेंट की गई. इसी भीड़ का फायदा उठा कर शाइस्ता फरार हो गई. सूत्रों की माने तो गद्दी मुस्लिम समाज के लोग शाइस्ता की मदद कर रहे है.
लेडी डॉन मुंडी पासी पर सहयोग करने के आरोप
वहीं, इसके पहले शाइस्ता की फरारी में सहयोग देने में लेडी डॉन मुंडी पासी का नाम सामने आया था. पुलिस को आशंका है कि यही वह पर्दा है जिसके पीछे शाइस्ता छिपती आ रही है. इस तरह की बातें जब खुले में आईं तो मुंडी पासी खुद सामने आ गए और मीडिया में बयान दिया कि ये सब झूठ है, मेरे ऊपर आरोप लग रहे हैं.
मुझे फंसाया गयाः मुंडी पासी
मुंडी पासी का कहना मैं बेकसूर हूं और मुझे फंसाया जा रहा है, मेरी खुद अतीक अहमद और शाइस्ता से दुश्मनी है. पासी ने आरोप लगाया की अतीक ने मेरे भाई को मरवाया था. मेरे 4-4 भाई मर गए. मेरे मां-बाप मर गए. शाइस्ता से मेरा कुछ लेना-देना नहीं है. अतीक अहमद ने मेरे परिवार को मरवाया है. उनकी लाश भी नहीं मिली थी. मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. जब मुंडी पासी से पूछा गया कि फरवरी में उनकी शाइस्ता से मुलाकात हुई थी तो पासी ने कहा कि, यहां नहीं हुई थी, चौराहे पर हुई थी. मुझे बहाने से बुलाया गया था और जब मैं वहां पहुंची तो वहां देखा कि कैंप लगा हुआ हैं तो मैं वहीं से भाग आई.