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Beating The Retreat से पहले शशि थरूर का ट्वीट, आज 'Abide With Me' को मिस करेंगे

Beating retreat ceremony: महात्मा गांधी के पसंदीदा ईसाई भजनों में से एक 'एबाइड विद मी' को इस साल 29 जनवरी को होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह से हटा दिया गया है.

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 Shashi Tharoor
Shashi Tharoor
स्टोरी हाइलाइट्स
  • स्कॉटिश एंग्लिकन कवि हेनरी फ्रांसिस लिटे ने लिखा था गीत
  • इसे Beating The Retreat समारोह से हटा दिया गया है

दिल्ली के ऐतिहासिक विजय चौक पर आज (शनिवार) 'बीटिंग द रिट्रीट' (Beating The Retreat) समारोह का आयोजन होने जा रहा है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने 'Abide With Me' गीत को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा- क्या 'बीटिंग द रिट्रीट' में 'Abide With Me' को मिस करेंगे. ये थोड़ा मुश्किल है. 

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बता दें कि महात्मा गांधी के पसंदीदा ईसाई भजनों में से एक 'एबाइड विद मी' को इस साल 29 जनवरी को होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह से हटा दिया गया है. 1847 में स्कॉटिश एंग्लिकन कवि और भजन विज्ञानी हेनरी फ्रांसिस लिटे द्वारा लिखित 'एबाइड विद मी', 1950 से बीटिंग रिट्रीट समारोह का हिस्सा था. 

सेनाओं के बैंड ने पहली बार महात्मा गांधी के मनपसंद गीत 'Abide With Me' की धुन बजाई थी. तभी से ये धुन हर साल बजाई जाती थी. हालांकि, इस बार ये धुन नहीं बजाई जाएगी. इस धुन को 2020 में भी नहीं बजाया गया था. हालांकि विवाद के बाद 2021 में इसे फिर बजाया गया. 

बीटिंग रिट्रीट में क्या होगा खास?

इस बार बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में कई धुनें जोड़ी गई हैं. इनमें 'केरल', 'हिंद की सेना' और 'ऐ मेरे वतन के लोगों' शामिल हैं. इस कार्यक्रम का समापन 'सारे जहां से अच्छा' की धुन के साथ होगा. इस समारोह में 44 ब्यूगलर्स (बिगुल बजाने वाले), 16 ट्रंपेट प्लेयर्स और 75 ड्रमर्स शामिल होंगे.

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इस बार विजय चौक पर एक ड्रोन शो भी होगा. इसमें लगभग एक हजार ड्रोन शामिल होंगे. इस ड्रोन को आईआईटी दिल्ली और डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की मदद से 'बोटलैब डायनेमिक्स' ने किया है. ये एक स्टार्टअप है. ये ड्रोन शो 10 मिनट तक चलेगा.

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