महाराष्ट्र में शिवसेना दो धड़ों में बंट गई है. सत्ता की रेस में उद्धव ठाकरे को पटखनी देकर एकनाथ शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ सरकार बना ली थी तो वहीं अब शिवसेना पर भी दावा कर दिया है. असली शिवसेना किसकी होगी, इसका फैसला चुनाव आयोग को करना है लेकिन इससे पहले दशहरा के दिन एकनाथ और उद्धव ठाकरे, दोनों ही धड़ों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया.
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को कटप्पा बता दिया और धोखा देने का आरोप लगाया तो वहीं दूसरी तरफ शिंदे ने साफ कहा कि गद्दारी नहीं गदर किया. शिवसेना के दोनों ही धड़ों ने दशहरा रैली आयोजित किया. एकनाथ शिंदे को उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे का साथ मिला है. जयदेव ठाकरे अपनी पत्नी और बेटे के साथ एकनाथ शिंदे गुट की दशहरा रैली में पहुंचे थे.
जयदेव ने एकनाथ शिंदे की खुलकर तारीफ की
जयदेव ठाकरे ने अपने संबोधन में एकनाथ शिंदे की खुलकर तारीफ की और कहा कि वे हमेशा से मेरे पसंदीदा रहे हैं. अब वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं और इस नाते अब सम्मान के साथ एकनाथ राव कहना पड़ रहा है. उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की नीतियों की तारीफ की और कहा कि वे गरीबों, किसानों और दलितों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं.
उद्धव ठाकरे के बड़े भाई ने किसानों को किसान कहकर तंग किए जाने की बात कही और कहा कि वे सबसे मेहनती लोग हैं. उन्हें राबकारी कहा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे भी उन्हीं लोगों में से हैं जो अपनों के लिए काम कर रहे हैं. जयदेव ठाकरे ने कहा कि हम बगैर किसी शर्त के एकनाथ शिंदे का समर्थन करते हैं.
चुनाव आयोग में शिवसेना पर कब्जे की जंग
उन्होंने दशहरा रैली में मौजूद लोगों से भी एकनाथ शिंदे का समर्थन करने और उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ने की अपील की. जयदेव ठाकरे ने कहा कि सभी को एकनाथ के पीछे मजबूती से खड़े होना चाहिए जिससे वे अपने अच्छे काम जारी रख सकें. उन्होंने महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार भंग करने और शिंदेशाही सरकार लाने की अपील भी की.
एकनाथ शिंदे को ऐसे समय में जयदेव ठाकरे का साथ मिला है जब शिवसेना पर कब्जे की जंग चुनाव आयोग में है. एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच पार्टी पर कब्जे की जंग के बीच जयदेव ठाकरे का शिंदे को समर्थन करना दूसरे गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
उद्धव ने बताया कटप्पा तो शिंदे बोले- गद्दारी नहीं गदर किया
इससे पहले महाराष्ट्र में बुधवार को दशहरा के जश्न के बीच भी जमकर राजनीतिक बयानबाजी हुई. इसमें एक तरफ उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा. दूसरी तरफ शिंदे ने भी उद्धव पर जमकर पलटवार किया. दोनों ने ही अपने-अपने दशहरा आयोजन के दौरान एक दूसरे पर हमले बोले. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दादर के शिवाजी पार्क में तो वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट ने BKC मैदान में दशहरा रैली का आयोजन किया.
रैली के दौरान दोनों गुटों ने जमकर एक दूसरे पर जवाबी तीर छोड़े. यहां मंच से बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने सीएम शिंदे को कटप्पा तक बता डाला. वहीं पलटवार करते हुए शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा कि हमने गद्दारी नहीं गदर किया है.