शिवसेना और कंगना रनौत के बीच शुरू हुई जुबानी जंग लगातार जारी है. आज कंगना रनौत मुंबई पहुंच रही हैं, उससे पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना में कंगना रनौत पर जमकर निशाना साधा गया है. सामना के संपादक में लिखा गया है कि मुंबई की तुलना ‘पाक अधिकृत कश्मीर’ से करना और मुंबई पुलिस को माफिया आदि बोलकर खाकी वर्दी का अपमान करना बिगड़ी हुई मानसिकता के लक्षण हैं.
सामना में कंगना पर निशाना साधते हुए कहा गया है कि मुंबई किसकी? मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी है ही, लेकिन देश का सबसे बड़ा आर्थिक लेन-देन का केंद्र भी है. महाराष्ट्र की 11 करोड़ मराठी जनता और मुंबई का अपमान मतलब देशद्रोह जैसा अपराध प्रतीत होता है, लेकिन जब ऐसा अपराध करनेवाले लोगों के साथ राष्ट्रभक्त मोदी सरकार का गृह मंत्रालय सुरक्षा कवच देकर खड़ा होता है, तब हमारे 106 शहीद स्वर्ग में आंसू बहा रहे होंगे.
सामना में कहा गया कि कोई भी आए और महाराष्ट्र की मराठी राजधानी पर टपली मारे, कोई ऐरा-गैरा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को अरे-तुरे करके चुनौती दे, तो इसके विरोध में पूरे महाराष्ट्र को एक होना चाहिए. महाराष्ट्र संतप्त है लेकिन भारतीय जनता पार्टी मुंबई और राज्य के मुख्यमंत्री का अपमान करनेवालों का सीधे-सीधे समर्थन कर रही है.
कंगना ने तुरंत दिया जवाब
कंगना की ओर से इन आरोपों को लेकर तुरंत पलटवार भी कर दिया गया. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि मैं बारह साल की उम्र में हिमाचल छोड़ चंडीगढ़ हॉस्टल गई, फिर दिल्ली में रही और सोलह साल की थी जब मुंबई आई, कुछ दोस्तों ने कहा मुंबई में वही रहता है जिसे मुम्बादेवी चाहती है, हम सब मुम्बादेवी देवी के दर्शन करने गए, सब दोस्त वापिस चले गए और मुम्बादेवी ने मुझे अपने पास ही रख लिया.
कंगना ने आगे लिखा कि ये मुंबई में मेरा घर है, मैं मानती हूं कि महाराष्ट्र ने मुझे सब कुछ दिया है, मगर मैंने भी महाराष्ट्र को अपनी भक्ति और प्रेम से एक ऐसी बेटी की भेंट दी है जो महाराष्ट्र शिवाजी महाराज की जन्मभूमि में स्त्री सम्मान और अस्मिता के लिए अपना खून भी दे सकती है, जय महाराष्ट्र.
मैं बारह साल की उम्र में हिमांचल छोड़ चंडीगढ़ हॉस्टल गयी फिर दिल्ली में रही और सोलह साल की थी जब मुंबई आयी, कुछ दोस्तों ने कहा मुंबई में वही रहता है जिसे मुम्बादेवी चाहती है,हम सब मुम्बादेवी देवी के दर्शन करने गए,सब दोस्त वापिस चले गए और मुम्बादेवी ने मुझे अपने पास ही रख लिया 🙂
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
कंगना के बहाने मोदी सरकार पर हमला
कंगना और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सामना में लिखा गया कि ऐसी ‘देवी’ स्वरूप मां की तुलना पाक अधिकृत क्षेत्र से करके हमारी देवी का ही अपमान किया गया. हिंदुत्व और संस्कृति का, धर्म और 106 शहीदों के त्याग का अपमान किया गया तथा ऐसा अपमान करके छत्रपति शिवराय के महाराष्ट्र पर नशे की पिचकारी फेंकने वाले व्यक्ति को केंद्र सरकार विशेष सुरक्षा की पालकी का सम्मान दे रही है.
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर हो रहे हमलों को लेकर कहा गया है कि लोगों द्वारा चुनी गई महाराष्ट्र की सरकार के अधिकारों और आजादी पर हमला करने का एक भी मौका महाराष्ट्र के भाजपा वाले और केंद्र सरकार नहीं छोड़ती. अमदाबाद, गुड़गांव, लखनऊ, वाराणसी, रांची, हैदराबाद, बेंगलुरु और भोपाल जैसे शहरों के बारे में अगर कोई अपमानजनक बयान देता तो केंद्र ने उसे ‘Y’ सुरक्षा की पालकी दी होती क्या?
बीजेपी को लेकर कहा गया है कि आज जिस प्रकार से सारे भाजपावाले महाराष्ट्र द्रोहियों के साथ खड़े हैं, उसी विश्वास से हमारी सीमा में घुसे चीनी बंदरों के बारे में हिम्मत दिखाई होती तो लद्दाख तथा अरुणाचल की सीमा पर देश की बेइज्जती ना हुई होती. देश की इज्जत तार-तार न हो, इसके लिए राष्ट्रभक्तों ने संयम रखा हुआ है. आज शिवसेना ने अलग राह पकड़ी है, तब भी ‘प्रधानमंत्री’ के रूप में मोदी का अपमान कदापि सहन नहीं करेगी, मोदी आज एक व्यक्ति नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री के रूप में एक ‘संस्था’ हैं.