कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पिछले कुछ दिनों से लगातार विवादों में चल रहे हैं. बीफ पर एक विवादित बयान देने के बाद उनके निशाने पर RSS है. जब से मांग की गई है कि कन्नड की दसवीं तक की किताबों में संघ संस्थापक हेडगेवार के भाषण जोड़े जाएं, विपक्ष द्वारा लगातार कर्नाटक सरकार पर RSS की विचारधारा को थोपने का आरोप लग रहा है. अब उसी कड़ी में सिद्धारमैया भी संघ पर निशाना साध रहे थे.
उन्होंने कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये संघ के लोग क्या मूल रूप से भारतीय हैं? हमे इन मुद्दों पर बहस नहीं करनी है. क्या आर्यन इस देश से आते हैं? क्या वे ड्राविडियन हैं? हमे हर मुद्दे की जड़ तक पहुंचने की जरूरत है. इस पूरे विवाद पर कर्नाटक सरकार की तरफ से भी बयान दिया गया है. राज्य के शिक्षा मंत्री बी सी नागेश की माने तो किताब में सिर्फ भाषण को सम्मिलित करने की बात हो रही है, उसमें संघ या फिर हेडगेवार के बारे में कुछ नहीं बताया जा रहा है. जो भी लोग इसे विवाद बनाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने ठीक तरीके से किताब नहीं पढ़ी है.
वैसे सिद्धारमैया की बात करें तो संघ से पहले हिंदू समाज और बीफ को लेकर भी उनकी तरफ से एक बयान दिया गया था. उस पर जमकर बवाल काटा गया. तब सिद्धारमैया ने कहा था कि मैं हिंदू हूं. लेकिन मैंने अभी तक बीफ नहीं खाया. लेकिन मैं चाहूं तो बीफ खा सकता हूं. आप मुझ पर सवाल उठाने वाले कौन हैं? कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा, बीफ खाने वाले सिर्फ एक समुदाय के नहीं होते. हिंदू भी बीफ खाते हैं, क्रिश्चियन भी खाते हैं. उन्होंने कहा, यहां तक कि मैंने एक बार कर्नाटक असेंबली में भी कहा था कि आप कौन होते हो, मुझे ये बताने वाले कि मैं बीफ न खाऊं. यह खाने की आदत से जुड़ा मामला है. यह मेरा अधिकार है.
कार्तिक का इनपुट