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मणिपुर में नहीं सुधर रहे हालात, जिरीबाम जिले के गांव में फिर फायरिंग, सुरक्षा बल तैनात

पुलिस ने बताया कि हिंसा के बाद महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. पुलिस अधिकारी ने शाम को पुलिस से मौजूदा स्थिति की जानकारी लेते हुए बताया कि गोलीबारी बंद हो गई है. जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित मोंगबंग मैतेई गांव में इस साल जून में हिंसा भड़कने के बाद से हथियारबंद लोगों ने कई बार गोलीबारी की है.

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मणिपुर में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं (फाइल फोटो)
मणिपुर में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं (फाइल फोटो)

मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं. ताजा घटना शनिवार को हुई, जहां संदिग्ध हमलावरों ने सुबह करीब 11.30 बजे जिरीबाम जिले के एक सुनसान गांव में फिर से गोलीबारी की. पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि हथियारबंद लोगों ने पास की पहाड़ियों और आसपास के घने जंगलों से निचले मोंगबंग मैतेई गांव पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसके बाद इलाके में गांव के स्वयंसेवकों ने जवाबी कार्रवाई की. 

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पुलिस ने बताया कि हिंसा के बाद महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. पुलिस अधिकारी ने शाम को पुलिस से मौजूदा स्थिति की जानकारी लेते हुए बताया कि गोलीबारी बंद हो गई है. जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित मोंगबंग मैतेई गांव में इस साल जून में हिंसा भड़कने के बाद से हथियारबंद लोगों ने कई बार गोलीबारी की है.

पीटीआई के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि कुकी-जो समूहों द्वारा आहूत बंद से मणिपुर के चूड़ाचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में शनिवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ, जबकि जिरीबाम के एक गांव से ताजा हिंसा की खबर मिली. सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह के बयान के विरोध में इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) और कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (केएसओ) सहित कुकी-जो समूहों ने बंद का आह्वान किया था. सिंह ने कहा था कि आतंकवादियों के राज्य में बाहर से प्रवेश करने की बात कही गई है.

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अधिकारियों ने बताया कि दोनों जिलों में बाजार और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जबकि सड़कों पर वाहन नहीं चले. अभी तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है. दोनों जिलों में शुक्रवार को बंद शुरू हुआ और रविवार तक जारी रहेगा. सिंह ने 20 सितंबर को दावा किया था कि सुरक्षा बलों ने ऐसी रिपोर्ट के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं कि राज्य में घुसे "900 आतंकवादी" इंफाल घाटी के जिलों के परिधीय गांवों में हिंसा कर सकते हैं.

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