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राहुल गांधी को जवाब देते हुए स्मृति ने सुनाई गिरिजा टिक्कू की कहानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कश्मीरी पंडित गिरिजा टिक्कू की कहानी सुनाई. ईरानी ने कहा कि संसद में पहली बार भारत माता की हत्या की बात की गई और कांग्रेस तालियां बजाती रही. कांग्रेस ने ऐसा कर पूरे देश को संदेश दे दिया है कि किसके मन में गद्दारी है.

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स्मृति ईरानी ने सुनाई गिरिजा टिक्कू की कहानी
स्मृति ईरानी ने सुनाई गिरिजा टिक्कू की कहानी

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने मणिपुर को दो टुकड़ों में बांट दिया है. उन्होंने कहा कि मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई है. इसके अलावा राहुल ने अपने मणिपुर के दौरान हैवानियत का दंश झेल चुकीं महिलाओं से मुलाकात के बारे में भी सदन में बताया. इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कश्मीरी पंडित गिरिजा टिक्कू की कहानी सुनाई. 

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ईरानी ने कहा कि संसद में पहली बार भारत माता की हत्या की बात की गई और कांग्रेस तालियां बजाती रही. जब भारत की हत्या की बात कर कांग्रेस पार्टी ने ताली पीटी इस सदन में इस बात का संकेत पूरे देश को दिया कि किसके मन में गद्दारी है. मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है.  

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केंद्रीय मंत्री ने कहा, देश के संसदीय इतिहास में भारत माता की हत्या की बात करने वाले कभी भी मेज नहीं थपथपाते. ये इंसाफ की बात करते हैं, ये चेहरा धूमिल है. मैं बताती हूं कि किसका चेहरा है? ये चेहरा गिरिजा टिक्कू का है. 90 के दशक में एक महिला, यूनिवर्सिटी में पेचेक लेने जाती है. बस से घर लौटने का प्रयास करती है, उसको 5 मर्द बसे से खींचकर टैक्सी में ले जाते हैं और बलात्कार करते हैं और फिर आरी से बदन काट देते हैं. जब गिरिजा टिक्कू पर फिल्म में प्रति आया तो कांग्रेस कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रोपेगेंडा कहा. 

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स्मृति ईरानी ने संसद में जोर देकर कहा, आप नहीं चाहते हैं कश्मीरी पंडितों की दास्तां कहीं सुनाई जाए,  आप नहीं चाहते हैं पीड़ित पहचाने जाएं. इस दौरान स्मृति ईरानी सरला भट्ट का जिक्र किया. वह मेडिकल स्टाफ थी. 90 के दशक में इंस्टीट्यूट से अगवा कर रेप किया गया और सड़क किनारे रखा गया.  आज ये अपने को इंसाफ का सिपाही बताते हैं, लेकिन बताएं कि गिरिजा टिक्कू और सरला भट्ट को इंसाफ कब मिलेगा.  

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कौन थीं गिरिजा टिक्कू? 

गिरिजा टिक्कू कश्मीर के एक सरकारी स्कूल में लाइब्रेरियन का काम करती थीं. उनकी शादी बांदीपोरा के एक कश्मीरी पंडित से हुई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरिजा केवल 20 साल की थीं जब पांच लोगों ने उनका अपहरण कर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया. उसके बाद उनके शव को आरी से काटकर दो टुकड़ों में कर दिया. गिरिजा के साथ उनके पति की भी हत्या कर दी गई थी. गिरिजा टिक्कू की भतीजी सिद्धि रैना ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए इसका सच बताया था कि 1990 के दौरान उनके परिवार के साथ क्या हुआ.  

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क्यों चर्चा में आया गिरिजा टिक्कू का नाम? 

दरअसल हाल ही में आई फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' में शारदा पंडित के किरदार के बाद एक बार फिर गिरिजा टिक्कू का नाम चर्चा में आया था. इस फिल्म के बाद गिरिजा की भतीजी ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए इस घटना की सच्चाई बताई थी.  

 

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