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'ममता बनर्जी संविधान नहीं शेख शाहजहां की कर रहीं रक्षा', बंगाल CM पर स्मृति ईरानी का कटाक्ष

स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के मामले में मुख्य आरोपी है. उसे प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में फरवरी में गिरफ्तार किया गया था, जो राशन वितरण घोटाला मामले की जांच के तहत 5 जनवरी को इलाके में छापेमारी के लिए गए थे.

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स्मृति ईरानी ने संदेशखाली मामले की सीबीआई जांच का स्वागत किया. (ANI Photo)
स्मृति ईरानी ने संदेशखाली मामले की सीबीआई जांच का स्वागत किया. (ANI Photo)

भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ अपराध और जमीन कब्जाने के आरोपों की सीबीआई जांच के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में पहला कदम है. ईरानी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संविधान की नहीं बल्कि शेख शाहजहां की 'रक्षा' कर रही हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, अब उन्हें राज्य के लोगों को जवाब देना होगा.

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स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं अदालत के फैसले के प्रति आभार व्यक्त करती हूं. उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई संदेशखाली मामले के पीड़ितों को न्याय दिलाने में मदद करेगी. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने संदेशखाली मामले की सीबीआई जांच का आदेश देते हुए कहा कि जांच की निगरानी उसके द्वारा की जाएगी. अदालत ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वह राजस्व रिकॉर्ड का गहन निरीक्षण करके कथित तौर कृषि भूमि को मछली पालन के लिए अवैध रूप से जल निकायों में परिवर्तित करने के मामले में एक व्यापक रिपोर्ट दाखिल करे.

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स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के मामले में मुख्य आरोपी है. उसे प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में फरवरी में गिरफ्तार किया गया था, जो राशन वितरण घोटाला मामले की जांच के तहत 5 जनवरी को इलाके में छापेमारी के लिए गए थे. शाहजहां शेख के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया था, जिसमें तीन कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई थीं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. इस घटना के बाद शेख शाहजहां करीब दो महीने फरार रहा. हाई कोर्ट द्वारा फटकार लगाए जाने पर बंगाल पुलिस ने उसे मिनाखान के अज्ञात स्थान से गिरफ्तार किया था.

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गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद टीएमसी ने शेख को निलंबित कर दिया था. याचिकाकर्ता-वकील प्रियंका टिबरेवाल द्वारा कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ कथित यौन शोषण, भूमि पर अवैध और जबरन कब्जा, पीड़ितों के साथ मारपीट करने और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे अन्य अपराधों के लिए हलफनामे के रूप में लगभग 600 शिकायतें प्रस्तुत की गई थीं. शाहजहां शेख नॉर्थ 24 परगना जिला परिषद का मत्स्य एवं पशु संसाधन अधिकारी और संदेशखाली का ब्लॉक अध्यक्ष था. वह ममता सरकार में मंत्री रहे ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी है, जो राशन वितरण घोटाले में आरोपी हैं और फिलहाल जेल में हैं.

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