यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर बवाल भले ही थम गया हो लेकिन राजनीति अभी भी जारी है. बुधवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आजतक से खास बात की. इस दौरान जब उनसे प्रियंका को लेकर सवाल पूछा गया तो भड़क गए. उन्होंने कहा कि प्रियंका तो कमरे में बंद थीं, वो हमारा संघर्ष नहीं देख पाईं.
दरअसल, सीतापुर में हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा था कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मैदान में संघर्ष करती नहीं दिखतीं. इस बारे में जब अखिलेश से सवाल किया गया तो उन्होंने भड़कते हुए कहा, 'वो कमरे में बंद थीं, नहीं पता होगा उनको. सबसे ज्यादा संघर्ष समाजवादियों ने किया है. सबसे ज्यादा लाठी समाजवादियों को पड़े हैं. इसलिए किसी को टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है कि कौन क्या कर रहा है. आप क्या कर रहे हैं, ये आपको बताना चाहिए. दूसरी पार्टियों के नेताओं पर उंगली उठाने का आपको कोई हक नहीं है.'
लखीमपुर में हुई हिंसा के अगले ही दिन प्रियंका गांधी को तड़के हरगांव के पास हिरासत में ले लिया गया था और उसी दिन यानी सोमवार को अखिलेश यादव को भी हिरासत में ले लिया गया था. प्रियंका को सीतापुर के गेस्ट हाउस में रखा गया था. वहां से उनका एक झाड़ू लगाते हुए वीडियो सामने आया था. इस वीडियो को लेकर जब अखिलेश से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'इस पर कोई बहस नहीं है. सबको गिरफ्तार किया गया. किसी को कहीं रखा गया, जहां पुलिस ही नहीं थी. हमें ले जाया गया कि यही आपकी जेल है.' उन्होंने कहा, 'जब सरकार के पास इंतजाम नहीं है. सरकार तैयार ही नहीं है. केवल सरकार इसलिए तैयार है कि कोई पीड़ित परिवार से नहीं मिल ले. पूरी फोर्स लगा रखी है.'
#EXCLUSIVE | "पूरी फ़ोर्स इसलिए लगा रखी है कि कोई पीड़ित परिवार से न मिले ," @yadavakhilesh (अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी)#LakhimpurKheri #UttarPradesh #AkhileshYadav | @ashokasinghal2 pic.twitter.com/87NV3fARzB
— AajTak (@aajtak) October 6, 2021
प्रियंका गांधी को लेकर राहुल गांधी ने बोला था कि ये किसी महिला के साथ ठीक बर्ताव नहीं था. इस पर अखिलेश ने कहा, 'बीजेपी का यही तरीका है काम करने का. हाथरस की बेटी हो या कहीं की भी कन्या की बात हो.'
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में हत्या होती है. 6 पुलिसवाले जाते हैं. एक व्यापारी को पीटते हैं. पीटते-पीटते उनकी जान चली जाती है. अभी भी पुलिस के लोग फरार हैं. महोबा में एक ब्राह्मण कारोबारी था, उसकी हत्या हो गई. आजतक आईपीएस फरार है. अभी लखीमपुर में कुचल दिए गए. एक पत्रकार की जान चली गई. सब फरार हैं. कोई गिरफ्तार नहीं हुआ.' अखिलेश ने आगे कहा, 'अगर गृह राज्यमंत्री होंगे. उनके बेटे ने अपराध किया होगा, तो कौन पकड़ेगा? इसलिए सरकार गृह राज्यमंत्री को बचाना चाहती है. उनके परिवार को बचाना चाहती है, ताकि सच्चाई बाहर न आ जाए.'
अखिलेश ने साफ किया कि वो अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुराना अनुभव ठीक नहीं था. साथ ही जब उनसे पूछा गया कि क्या आपकी राहुल-प्रियंका से कोई बात हुई है तो उन्होंने कहा, 'नहीं. मेरी कोई बात नहीं हुई.'