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स्पाइसजेट की फ्लाइट में फिर तकनीकी खराबी, मुंबई से दूसरा विमान भेजा गया दुबई

रजिस्ट्रेशन संख्या VT-SZK वाले बोइंग B737 मैक्स विमान ने सोमवार को मंगलुरु से दुबई के लिए उड़ान भरी थी. DGCA ने बताया कि एयरक्राफ्ट के लैंड करने के बाद एक इंजीनियर ने चेक किया तो पाया कि अगला पहिया सामान्य से ज्यादा सिकुआ हुआ था.

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स्पाइसजेट की फ्लाइट दुबई से मदुरै जाने वाली थी.
स्पाइसजेट की फ्लाइट दुबई से मदुरै जाने वाली थी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ये फ्लाइट दुबई से मदुरै जाने वाली थी
  • अंतिम समय पहिए में खराबी का पता चला

स्पाइसजेट की फ्लाइट में तकनीकी खराबी का सिलसिला नहीं थम रहा है. मंगलवार को दुबई से मुदुरै जाने वाली उड़ान में देरी हो गई. इस फ्लाइट के अगले पहिए में खराबी आई है. बता दें कि स्पाइसजेट कंपनी की फ्लाइट में तकनीक खराब की 24 दिन में ये 9वीं घटना है. कंपनी की टेक्निकल टीम वर्किंग मोड पर है.

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जानकारी के मुताबिक, दुबई से मदुरै जाने वाली स्पाइसजेट की बोइंग बी737 मैक्स विमान में 'अंतिम समय में तकनीकी समस्या' की बात सामने आई, जिसके कारण उड़ान में देरी हो गई है. इस विमान के अगले पहिए में खराबी आई है.

रजिस्ट्रेशन संख्या VT-SZK वाले बोइंग B737 मैक्स विमान ने सोमवार को मंगलुरु से दुबई के लिए उड़ान भरी थी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि एयरक्राफ्ट के लैंड करने के बाद एक इंजीनियर ने चेक किया तो पाया कि अगला पहिया सामान्य से ज्यादा सिकुआ हुआ है. उसके बाद इंजीनियर ने विमान को रोकने का फैसला किया. फिलहाल, स्पाइसजेट ने दुबई-मदुरै की वापसी उड़ान के लिए मुंबई से दुबई के लिए एक और विमान भेजा है.

बाद में एयरलाइन ने एक स्पष्टीकरण जारी किया और कहा कि 'अंतिम समय में तकनीकी समस्या' के कारण उड़ान में देरी हुई है. स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि 11 जुलाई को दुबई से मदुरै जाने वाली स्पाइसजेट की उड़ान SG23 अंतिम समय में तकनीकी समस्या के कारण लेट हो गई. वैकल्पिक विमान की तुरंत व्यवस्था की गई, जो यात्रियों को भारत वापस ले आया है. किसी भी एयरलाइन के साथ उड़ान में देरी हो सकती है. उड़ान में कोई घटना या सुरक्षा को लेकर डर की बात नहीं है.

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बताते चलें कि DGCA ने स्पाइसजेट को विमानों में बार-बार तकनीकी खराबी की घटनाओं के बाद 6 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. DGCA ने कहा था कि 19 जून से अब तक विमानों में तकनीकी खराब के 8 मामले सामने आ चुके हैं. समीक्षा से पता चलता है कि सस्ती सेवा प्रदाता कंपनी सुरक्षित, प्रभावी और विश्वसनीय हवाई सेवा मुहैया कराने में 'असफल' रही है. 

इससे पहले 2 जुलाई को जबलपुर जाने वाली स्पाइसजेट की एक फ्लाइट के क्रू मेंबर्स के केबिन में धुंआ देखा गया था. तब फ्लाइट करीब 5,000 फीट की ऊंचाई पर थी. किसी अनहोनी की आशंका के चलते फ्लाइट वापस दिल्ली लौट आई थी. 

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