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कुबेर की नगरी, शिव का वास... वेद-पुराण और सिखों से भी जुड़ी है कैलाश मानसरोवर की महिमा

कुबेर की नगरी, भगवान शिव का निवास, बौद्ध, जैन और सिख धर्म मानने वालों के लिए आस्था का केंद्र, वैज्ञानिकों के लिए रहस्य तो वेदों, पुराणों और लोककथाओं में अनगिनत कहानियां समेटे हुए है कैलाश मानसरोवर. भारत और चीन ने 2020 से रुकी हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने का फैसला किया है.

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कैलाश मानसरोवर.
कैलाश मानसरोवर.

कुबेर की नगरी, भगवान शिव का निवास, बौद्ध, जैन और सिख धर्म मानने वालों के लिए आस्था का केंद्र, वैज्ञानिकों के लिए रहस्य तो वेदों, पुराणों और लोककथाओं में अनगिनत कहानियां समेटे हुए है कैलाश मानसरोवर. भारत और चीन ने 2020 से रुकी हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने का फैसला किया है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर कैलाश मानसरोवर क्या है और इसका धार्मिक पहलू क्या है. 

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कैलाश मानसरोवर भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित एक पवित्र स्थल है. इसे हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म में काफी अहम माना गया है. कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील का विशेष धार्मिक, ऐतिहासिक, और भौगोलिक महत्व है.

पहले बात कैलाश पर्वत की

कैलाश पर्वत समुद्र तल से 22,028 फीट ऊंचा है. जिसका शिखर शिवलिंग के जैसा प्रतीत होता है. यह साल भर बर्फ की सफेद चादर से ढका रहता है. इसके शिखर और उससे लगे मानसरोवर को कैलाश मानसरोवर कहते हैं. यह माना जाता है कि यह पर्वत और कैलाश-मानसरोवर उतना ही प्राचीन है, जितनी प्राचीन यह धरती है. कहते हैं कि इस पर्वत से ॐ की ध्वनि आती है.

अब इसका धार्मिक महत्व जानें

हिन्दू धर्म में कैलाश पर्वत भगवान शिव का घर माना जाता है. मान्यता है कि शिवजी, पार्वती अपने दो पुत्र, गणेश और कार्तिकेय के साथ कैलाश पर्वत पर ही निवास करते हैं. हिन्दू मान्यता के अनुसार, कैलाश पर्वत के दर्शन और मानसरोवर झील में स्नान करने से सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. 

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kailash

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह कहा जाता है की ये जगह कुबेर की नगरी है. यहीं से भगवान विष्णु के चरण कमलों से निकलकर गंगा नदी कैलाश पर्वत की चोटी पर विकराल वेग के साथ गिरती है, जहां भगवान शिव उन्हें अपनी जटाओं में धारण कर लेते हैं और धरती में निर्मल धारा के रूप में प्रवाहित कर देते हैं.

यह भी पढ़ें: एक बार फिर शुरू होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा, भारत-चीन में बनी सहमति

बौद्ध, जैन और सिख धर्म में कैलाश का स्थान
  
बौद्ध धर्म में कैलाश पर्वत को एक पवित्र स्थल के रूप में पूजा जाता है. इसे "कांगरीनबो" कहा जाता है और यहां बौद्ध धर्म के अनुयायी ध्यान और साधना के लिए आते हैं. बौद्ध परंपरा में इसे बोधिसत्त्व के स्थान के रूप में माना जाता है. कैलाश पर्वत को बौद्ध धर्म में एक विशेष स्थान प्राप्त है. इसे बौद्धों द्वारा "ओम मणि पद्मे हूं" मंत्र का केंद्र भी माना जाता है, जो करुणा और ज्ञान का प्रतीक है. 

जैन धर्म में भी कैलाश पर्वत को विशेष स्थान प्राप्त है. यहां पर भगवान ऋषभदेव के तप करने की मान्यता है. सिख धर्म में कैलाश पर्वत का उल्लेख भी मिलता है. कहा जाता है कि गुरु नानक देव ने यहां की यात्रा की थी.

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अब बात मानसरोवर झील की
  
मानसरोवर झील को हिन्दू धर्म में पवित्र माना जाता है. इसे 'स्वर्ग की झील' भी कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार यह भी कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति मानसरोवर झील की धरती को छू लेता है, वह ब्रह्मा के बनाए हुए स्वर्ग में पहुंच जाता है. मानसरोवर में पांडवों के जाने का उल्लेख भी पुराणों में मिलता है. ये भी मान्यता है कि शरीर त्यागने के बाद माता सीता मानसरोवर के रास्ते से ही स्वर्ग लोक गई थी. 

यह भी मान्यता है कि भगवान शिव की कृपा के कारण ही सरोवर का जलस्तर हमेशा एक समान ही रहता है. मान्यता है कि कैलास पर्वत के रास्ते 33 कोटि देवी देवता आते हैं और सरोवर में स्नान करते हैं.

ऊपर स्वर्ग और नीचे मृत्युलोक

मान्यता है कि कैलाश पर्वत पर साक्षात शंकर विराजे हैं. जिसके ऊपर स्वर्ग है और नीचे मृत्युलोक है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी के पास कुबेर की नगरी है. शिवपुराण, स्कंद पुराण, मत्स्य पुराण समेत कई ग्रंथों में कैलाश का जिक्र मिलता है. कैलाश पर्वत के दक्षिण भाग को नीलम, पूर्व भाग को क्रिस्टल, पश्चिम को रूबी और उत्तर को स्वर्ण रूप में माना जाता है.

वैज्ञानिकों के लिए रहस्य है कैलाश

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वैज्ञानिकों के अनुसार, यह स्थान धरती का केंद्र है. धरती के एक ओर उत्तरी ध्रुव है, तो दूसरी ओर दक्षिणी ध्रुव. दोनों के बीचोबीच है कैलाश पर्वत. कहा जाता है कि आजतक कोई भी कैलाश पर्वत पर नहीं चढ़ सका है. दुनिया की सबसे ऊंची चोटियों पर पर्वतारोहियों ने परचम लहराया है. लेकिन कैलाश पर कोई भी नहीं चढ़ सका है. कई लोगों ने दावा किया है कि जब भी इसपर चढ़ने की कोशिश की गई तब-तब तेजी से लोगों के शरीर में बदलाव होते हैं.

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