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UP: हमीरपुर, महोबा जिले में कुत्तों का कहर, हर साल 16,000 लोग हो रहे शिकार

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई हिस्सों में हाल में कुत्तों के हमले की कई खबरें सामने आई हैं. इनमें पालतू डॉग से लेकर स्ट्रीट डॉग्स भी शामिल हैं. बुंदेलखंड के महोबा और हमीरपुर जिलों में कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं. इन दोनों जिलों में हर साल तकरीबन 16,000 लोग डॉग बाइट का शिकार हो रहे हैं.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के हमीरपुर और महोबा में इन दिनों आवारा कुत्तों का बड़ा आतंक है. इन दोनों जिलों में हर साल तकरीबन 16,000 लोग डॉग बाइट के शिकार हो जाते हैं. आवारा के अलावा पालतू कुत्तों के काटने की घटनाएं भी बढ़ी हैं. कुत्तों के काटने का यह चौंकाने वाला आंकड़ा सरकारी जिला अस्पतालों का है, जहां कुत्तों के काटने पर एंटी रेबीज इंजेक्शन (ARV Injection) फ्री में लगाए जाते हैं.

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हमीरपुर जिले में ऐसे लगभग 8,000 लोगों को एक साल में ARV इंजेक्शन लगाए गए हैं. महोबा जिले में यह आंकड़ा और भी अधिक है. महोबा जिले में हर महीने कुत्तों के काटे जाने के लगभग 700 मामले सामने आते हैं, जिन्हे ARV इंजेक्शन लगाए जाते हैं. 

हमीरपुर जिले में इस तरह के रोजमर्रा के आंकड़ों की बात करें तो रोजाना तकरीबन 20 लोग डॉग बाइट का शिकार हो रहे हैं, जिसके बाद ये जिला अस्पताल में ARV इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं. हमीरपुर जिला अस्पताल के CMS डॉक्टर के के गुप्ता ने बताया की हर महीने करीब 600 लोगो को ARV इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं. 

सीएमएस ने बताया की ARV इंजेक्शन लगवाने आ रहे लोगों की पूरी डिटेल दर्ज की जाती है. जिन लोगों को कुत्तों ने काटा है, उन्हें एक महीने में तीन इंजेक्शन लगाए जाते हैं.

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उन्होंने बताया की जिला अस्पताल सहित जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में ARV इंजेक्शन उपलब्ध हैं, जो घायल मरीजों को मुफ्त में लगाए जाते हैं. कुत्तों के शिकार अधिकतर बच्चे और बुजुर्ग ही बनते हैं.

हमीरपुर जिला अस्पताल में ARV इंजेक्शन लगवाने आए एक शख्स ने बताया कि घर से दुकान जाते वक्त आवारा कुत्ते ने उन्हें पैर में काट लिया था. इसी तरह पचखुरा गांव की रहने वाली एक महिला ने बताया की घर में काम करते वक्त उन्हीं के पालतू कुत्ते ने काट लिया, जिसके बाद वह एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने आई हैं. 

कुत्तों के काटने से होने वाली रेबीज बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है. 

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई हिस्सों में हाल में कुत्तों के हमले की कई खबरें सामने आई हैं. इनमें पालतू डॉग से लेकर स्ट्रीट डॉग्स भी शामिल हैं. इन घटनाओं के बाद डॉग्स को लेकर लोगों का रवैए में बदलाव देखने को मिला है. 

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