यूपी की राजधानी लखनऊ में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे एक युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. फांसी लगाने से पहले उसने अपनी मां को वाट्सएप पर मम्मी-पापा को सॉरी भी बोला. हालांकि परिजनों का कहना है कि अगर समय रहते मकान मालिक ने दरवाजा खोल दिया होता तो शायद उसकी जान बच जाती.
जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र के तिवारीगंज में किराए के मकान पर रहता था. उसके पिता हरीश साहनी और माता माया हरदोई संडीला में प्राइवेट काम करते थे. मां के मुताबिक, घटना के दिन बेटे का वाट्सएप पर मैसेज आया जिसको देखने के बाद कई बार मोबाइल कॉल बैक किया क्योंकि मैसेज देखकर हम काफी घबरा गए थे और जब उसके कमरे पर पहुंचे तो देखा कि दरवाजा बंद है.
मम्मी-पापा को भेजा था मैसेज
परिजनों के मुताबिक, काफी समय तक मकान मालिक ने दरवाजा नहीं खोला, जब दो घंटे तक दरवाजा नहीं खोला तब पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि बेटे का शव फांसी पर लटका हुआ था. बेटे ने जान देने से पहले thank you mummy papa for everything I'm sorry लिखकर भेजा था.
मकान मालिक पर दरवाजा न खोलने का आरोप
हालांकि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. परिजनों का कहना है कि अगर मकान मालिक समय से दरवाजा खोल देते तो शायद बेटे की जान बच जाती. ऐसे में मकान मालिक की उपस्थिति भी संदिग्ध लग रही है. एडीसीपी पूर्वी जोन सैयद अली अब्बास के मुताबिक, युवक ने सुसाइड नोट छोड़ा था और उसके बाद फांसी लगा ली. इस मामले की जांच भी की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.