चीन और भारत के बीच हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं. पैंगोंग झील इलाके में चीन के सैनिकों ने घुसपैठ की हरकत की है, जिसका जवाब भारतीय जवानों ने दिया है. चीन ने ये दुस्साहस कई दौर की बातचीत के बावजूद किया है. ऐसे में भारत सरकार को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन की हरकत के बाद अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हैं. स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से तमाम मुलाकात के बाद भी चीनी भारतीय नेताओं की कद्र नहीं करते हैं.
स्वामी ने ट्वीट में लिखा, ''चीन ने भारत के लिए फैसला कर लिया है, दुख है कि सरकार को इसका एहसास नहीं है. हमें चीन को लेकर फैसला करना चाहिए. कठोर बनिए, मैं फिर कहता हूं, कठोर बनिए और टेबल पर मत बैठिए. 5 साल में शी जिनपिंग के साथ 18 बार बैठने के बाद चीनी भारतीय नेताओं की कोई कद्र नहीं करता.''
क्या है ताजा घटना
29-30 अगस्त की रात पूर्वी लद्दाख में चीन के सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की है. रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ''चीनी सैनिकों ने पिछली बातचीत की सहमति का उल्लंघन किया है और यथास्थिति को बदलने के लिए उकसावे की कार्रवाई की है. पैंगोंग झील के दक्षिणी इलाके में भारतीय सेना ने चीनी सेना की गतिविधि का जवाब दिया है.''