राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को ट्वीट कर एक बड़ा ऐलान किया. भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने कहा कि जब कोरोना का संकट काल खत्म होगा, तब वह एक प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे ताकि देश की सभी धार्मिक संस्थाओं के CAG ऑडिट को अनिवार्य किया जाए.
आपको बता दें कि इस तरह की मांग काफी लंबे वक्त से उठ रही है, जहां हर धर्म की बड़ी संस्थाओं को कमाई का हिसाब देश के सामने रखना चाहिए. अब सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट से ये मुद्दा फिर गर्म हो गया है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा कि जब कोरोना वायरस का संकट खत्म होगा और फिर संसद का सत्र होगा. तो मैं एक प्राइवेट बिल लाउंगा. इसके तहत सभी धर्मों के धार्मिक संस्थानों का CAG ऑडिट कराने की मांग होगी.
When Parliament convenes after, repeat after, Coronavirus Pandemic is over, I shall move a Pvt Members Bill to make CAG audit of all religious institutions of all religions compulsory
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 3, 2020
आपको बता दें कि अभी धार्मिक संस्थाओं की कमाई पर सरकार का नियंत्रण नहीं होता है और ना ही किसी संस्था से हिसाब मांगा जाता है. हालांकि, कई बड़े मंदिर और अन्य संस्थाएं अपनी सालाना कमाई या किसी बड़े त्योहार पर कमाई का ब्योरा जारी करते रहते हैं.
बीते दिनों जिस तरह कोरोना संकट के बीच आम लोगों और गरीबों पर मार पड़ी. इस बीच एक तबके ने ये भी मांग रखी थी कि धार्मिक संस्थाओं के खजाने को खोला जाए और गरीबों के लिए इस्तेमाल किया जाए.