पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर लिखी एक किताब को लेकर बेंगलुरु में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जमकर विरोध कर दिया है. उनके विरोध के बाद किताब का विमोचन रोक दिया गया. लेखक सुधाकर एसबी की किताब "इमरान खान ए लिविंग लेजेंड" (Imran Khan a living legend) का बेंगलुरु के मल्लथहल्ली में शाम 5 बजे विमोचन था.
बुक लॉन्च रद्द होने के बाद लेखक सुधाकर ने कहा- यह किताब मैंने साढ़े तीन साल के शोध के बाद लिखी है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और टीवी पर कई तरह के कार्यक्रमों और इमरान खान के कई पत्रकारों के साथ इंटरव्यू का अध्ययन करने के बाद यह किताब लिखी है.
इमरान को भारत के करीबी के रूप में देखता हूं
लेखकर सुधाकर ने आगे कहा- मैं इमरान खान को भारत के बहुत करीबी और एक अच्छे इंसान के रूप में देखता हूं. मेरी इस किताब में इसका विस्तार से विवरण दिया गया है. इसका हिंदू समर्थक कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है. मैं भी एक हिंदू कार्यकर्ता हूं.
उन्होंने कहा कि उनकी यह किताब इमरान खान की ईमानदारी और सामाजिक जागरूकता, गरीबों की ओर अग्रसर, समाज के प्रति प्रतिबद्धता और प्रशासन में पारदर्शिता के बारे में है. लेखक से जब पूछा गया कि इमरान खान एक अच्छे इंसान है, क्या अपने इस पर एक किताब लिखी है? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि इतना ही नहीं, वह भारत के एक अच्छा दोस्त हैं. कई टीवी चैनलों में दिए इमरान खान के इंटरव्यू से इसे समझा जा सकता है.
इमरान पाकिस्तान में समानता लेकर आए
सुधाकर ने किताब में दी गई जानकारी के स्रोत के बारे में बताया कि उन्हें किताब लिखने में करीब साढ़े तीन साल का वक्त लगा. मेरी किताब इस बारे में है कि वह भारत से कैसे प्यार करते हैं? वह न केवल खेल बल्कि पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सामाजिक न्याय और समानता लेकर आए हैं.
उन्होंने कहा कि इमरान खान एक सामान्य व्यक्ति के तौर भारत के प्रति सच्ची ईमानदारी को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर की जमकर तारीफ करते हैं. क्या किताब लिखते समय आपकी इमरान खान या पाकिस्तान के किसी अन्य शख्स से बात हुई? इस सवाल पर उन्होंने कहा- नहीं.
फिलहाल अभी लॉन्चिंग की योजना नहीं
बुक लॉन्च रद्द होने के बाद उनसे पूछा किया कि क्या वह बेंगलुरु में कहीं और बुक लॉन्च की योजना बना रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि वह अभी बुक लॉन्च की कोई योजना नहीं बना रहे हैं क्योंकि यह पहले से ही लोगों के दिमाग में उतर चुका है, समाचार चैनलों ने इसे कवर किया है कि किसी ने इमरान खान के बारे में लिखा है.