
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक देवमणि द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन में बलिदान हुए कारसेवकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी और पेंशन की व्यवस्था की जाए.
सुल्तानपुर के लम्भुआ विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी विधायक देवमणि द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में कहा कि 500 साल की अवधि के बाद सुप्रीम कोर्ट के सबसे ऐतिहासिक फैसले ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया. उन्होंने आगे लिखा कि आपके कुशल नेतृत्व में पूरे प्रदेश में अमन चैन कायम है. अभी हाल ही में सीबीआई कोर्ट ने राम मंदिर आंदोलन के सभी सम्मानित नागरिकों को बाइज्जत बरी कर दिया है.
बीजेपी देवमणि द्विवेदी ने राज्य सरकार से कारसेवकों के लिए सरकारी नौकरी और पेंशन की मांग करते हुए कहा कि आपसे निवेदन है कि राम मंदिर आंदोलन में बलिदान हुए कारसेवकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी और पेंशन यथोचित रूप से देने की कृपा करें. और यह एक ऐतिहासिक फैसला होगा.
मंदिर का काम तेजी से शुरू
इस बीच कोरोना संकट के दौर में 5 अगस्त को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भूमि पूजन किए जाने के बाद राम मंदिर निर्माण का काम तेज हो चुका है. राम जन्मभूमि परिसर में पत्थरों को ले जाने का काम भी शुरू हो चुका है.
राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा पर 18 जुलाई को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक बुलाई गई थी. बैठक में कई मसलों पर चर्चा हुई और श्री राम मंदिर की भव्यता बढ़ाने के लिए कुछ बदलाव भी किए गए थे. इस बदलाव के बाद भगवान राम का मंदिर अब और अधिक ऊंचा तथा भव्य होगा.
राम मंदिर की ऊंचाई, चौड़ाई और लंबाई तीनों में ही वृद्धि की गई है. साथ ही राम मंदिर अब दो मंजिले की जगह तीन मंजिले का होगा. पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी जो अब 280 से 300 फीट के बीच होगी. साथ ही नए मॉडल में मंदिर की चौड़ाई बढ़कर 272-280 फीट के आसपास तय की गई है जो पहले 140 फीट थी.