जस्टिस यूयू ललित देश के अगले चीफ जस्टिस बन सकते हैं. मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमणा का कार्यकाल 26 अगस्त को खत्म हो रहा है. उनके बाद जस्टिस यूयू ललित देश के अगले चीफ जस्टिस बन सकते हैं. चीफ जस्टिस कौन बनेगा? ये वरिष्ठता के आधार पर तय होता है. अभी चीफ जस्टिस एनवी रमणा के बाद जस्टिस यूयू ललित सबसे सीनियर हैं. इसलिए उनका अगला चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनना लगभग तय है. हालांकि, अभी केंद्र सरकार की मंजूरी मिलनी बाकी है.
जस्टिस यूयू ललित के नाम पर अगर केंद्र मुहर लगा देती है, तो वो देश के दूसरे ऐसे चीफ जस्टिस होंगे, जो बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे. जबकि, आमतौर पर सुप्रीम कोर्ट के जज हाईकोर्ट के जज ही बनते हैं. जस्टिस यूयू ललित देश के 49वें चीफ जस्टिस होंगे. हालांकि, चीफ जस्टिस के तौर पर उनका कार्यकाल मात्र 74 दिन का ही होगा.
74 दिन का कार्यकाल क्यों?
- जस्टिस यूयू ललित का जन्म 9 नवंबर 1957 को हुआ था. उन्होंने जून 1983 से अपना वकालत का करियर शुरू किया था. उन्होंने दिसंबर 1985 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की.
- इसके बाद वो दिल्ली आ गए. अप्रैल 2004 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट का दर्जा मिला. अगस्त 2014 में वो सुप्रीम कोर्ट के जज बने.
- सुप्रीम कोर्ट में जजों की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल है. जस्टिस यूयू ललित इस साल 8 नवंबर को रिटायर होंगे. इसलिए वो सिर्फ 74 दिन तक ही चीफ जस्टिस के पद पर बने रहेंगे.
कैसे तय होता है कि कौन चीफ जस्टिस बनेगा?
- इसे समझने के लिए ये जानना जरूरी है कि सुप्रीम कोर्ट के जज कैसे बनते हैं. सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की सिफारिश कॉलेजियम करता है.
- कॉलेजियम में सुप्रीम कोर्ट के जज ही होते हैं. ये कॉलेजियम जज के लिए नाम केंद्र सरकार को भेजता है. केंद्र की मुहर मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जज की नियुक्ति होती है.
- जिस दिन कोई जज सुप्रीम कोर्ट में शपथ लेते हैं, उसी दिन तय हो जाता है कि वो चीफ जस्टिस बनेंगे या नहीं. कई बार तो एक ही दिन शपथ लेने वाले दो जजों में ही सीनियर और जूनियर हो जाते हैं. ये सिर्फ दो-तीन मिनटों की ही बात होती है.
- उदाहरण के लिए जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस चेलमेश्वर ने एक ही दिन सुप्रीम कोर्ट में शपथ ली थी. लेकिन पहले शपथ लेने की वजह से जस्टिस दीपक मिश्रा सीनियर हुए और चीफ जस्टिस बने.
- हालांकि एक ही दिन कई जजों का शपथ ग्रहण हो तो कौनसे जज किस क्रम में शपथ लेंगे ये भी वरिष्ठता क्रम से ही तय होता है.
2027 तक का तय है शेड्यूल
- अभी चीफ जस्टिस के पद पर आने वाले जजों में 2027 तक का तो शेड्यूल तय है. मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमणा अगले साल 26 अगस्त तक रहेंगे. उनके बाद जस्टिस यूयू ललित का चीफ जस्टिस बनना लगभग तय है.
- जस्टिस ललित के बाद लंबा कार्यकाल होगा जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ का. जस्टिस चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 से 10 नवंबर 2024 यानी पूरे दो साल चीफ जस्टिस रह सकते हैं. जस्टिस चंद्रचूड़ पहले ऐसे चीफ जस्टिस होंगे जिनके पिता जस्टिस वाइवी चंद्रचूड़ भी रिकॉर्ड सालों तक चीफ जस्टिस रह चुके हैं.
- जस्टिस चंद्रचूड़ के बाद जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर 2024 से 13 मई 2025 तक चीफ जस्टिस रहेंगे. जस्टिस संजीव खन्ना के चाचा जस्टिस एचआर खन्ना भी सुप्रीम कोर्ट में सीनियर मोस्ट जज थे. लेकिन कहा जाता है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें चीफ जस्टिस नियुक्त नहीं किया, जिससे नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
- जस्टिस संजीव खन्ना के बाद जस्टिस बीआर गवाई 14 मई 2025 से 13 नवंबर 2025 यानी कुल छह महीने तक इस पद पर रहेंगे. उनके बाद जस्टिस सूर्यकांत का नंबर आएगा. जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 से 9 फरवरी 2027 तक करीब सवा साल इस पद पर रहेंगे.
2027 में मिल सकती है पहली महिला CJI
देश को 2027 में पहली महिला चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया मिल सकती है. पिछले साल कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस बीवी नागरत्ना सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं हैं. वरिष्ठता के आधार पर चीफ जस्टिस के तौर पर उनका नंबर 2027 में आएगा.
9 फरवरी 2027 को जस्टिस सूर्यकांत के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस विक्रम नाथ चीफ जस्टिस बन सकते हैं. जस्टिस विक्रम नाथ 4 महीने तक चीफ जस्टिस रहेंगे. उनके बाद जस्टिस बीवी नागरत्ना चीफ जस्टिस बन सकतीं हैं. हालांकि, वो इस पद पर सिर्फ 36 दिनों तक ही रहेंगी.