सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी सुकेश चंद्रशेखर को दिल्ली की मंडोली जेल से किसी दूसरी जेल में शिफ्ट करने की याचिका पर मंडोली जेल प्रशासन को नोटिस जारी किया है. अदालत ने सुकेश की याचिका पर नोटिस जारी कर मंडोली जेल प्रशासन से एक हफ्ते के भीतर जवाब देने को कहा है. सुकेश चंद्रशेखर ने मंडोली जेल में अपनी जान को खतरा बताया है. सुकेश ने जेल अधिकारियों पर उगाही करने का भी आरोप लगाया है.
जस्टिस अजय रस्तोगी की अगुवाई में पीठ ने सुकेश पर जेल में हुए हमले की घटनाओं पर विचार करते हुए मंडोली जेल प्रशासन को नोटिस जारी कर उनसे एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है.
सुकेश चंद्रशेखर ने याचिका में कहा है कि मंडोली जेल तिहाड़ जेल का ही हिस्सा है और एक ही डीजी के तहत आता है. इस वजह से सुकेश चंद्रशेखर ने अपनी जान को खतरा बताते हुए मंडोली जेल से किसी और जेल में शिफ्ट करने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी.
सुकेश के वकील ने पीठ को बताया कि उनके मुवक्किल की जान खतरे में है. याचिका में सुकेश ने कहा कि मैं जेल में ऐसे पुलिस अधिकारियों की कस्टडी में बंद हूं, जिनसे मुझे खतरा बना हुआ है. मेरी जान को खतरा है.
इस पर पीठ ने पूछा, डीजी प्रिजन्स का कब ट्रांसफर किया गया और अब नए डीजी आ गए हैं. आपकी अब दिक्कत क्या है? सिस्टम में विश्वास रखिए.
पीठ के सवाल पर सुकेश के वकील ने कहा कि मुझे दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से खतरा था, जिन पर मुझसे उगाही करने के भी आरोप हैं. मेरी जान को लगातार खतरा बना हुआ है.
सुनवाई के दौरान पीठ ने सुकेश चंद्रशेखर की भी खिंचाई करते हुए उन्हें अदालत में एक के बाद एक याचिका दायर करने पर फटकार लगाई.
सुकेश ने वकीलों से मिलने का ज्यादा समय मांगा
सुकेश ने अदालत से मांग की है कि उसे अपने वकीलों से मिलने के लिए ज्यादा समय दिया जाए. सुकेश का कहना है कि देशभर में उसके खिलाफ 28 मामले लंबित हैं और उन्हें 15 वकीलों से बात करनी पड़ती है. इस वजह से इतने कम समय में उनसे बात करना मुश्किल हो जाता है.
हालांकि, अदालत ने सुकेश के इस अनुरोध को ठुकराते हुए कहा कि हम वीवीआईपी ट्रीटमेंट की मंजूरी नहीं दे सकते. बता दें कि सुकेश चंद्रशेखर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी हैं.
सुकेश की जान को किससे खतरा?
सुकेश की कई चिट्ठियां विवादों में रही हैं. उन्होंने अपनी पहली चिट्ठी में कई बड़े आरोप लगाए गए थे. तब उनका निशाना सत्येंद्र जैन पर था. उसने कहा था कि सत्येंद्र जैन ने मुझे लगातार पैसे देने के लिए मजबूर किया. दबाव के चलते 2-3 महीनों के अंतराल में 10 करोड़ की राशि मुझसे वसूल की गई. एक दूसरी चिट्ठी में सुकेश ने ये भी आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलने की वजह से उसे जेल में धमकियां मिली हैं. उसने अपील की थी कि उसे तिहाड़ जेल से बाहर ले जाया जाए. उसकी तरफ से जेल के अधिकारियों को केजरीवाल की कठपुतली बता दिया गया था.