भारत से भागकर ब्रिटेन में रह रहे उद्योगपति विजय माल्या (Vijay Mallya) के खिलाफ अदालत की अवमानना कार्यवाही के मामले में सुप्रीम कोर्ट अब 18 जनवरी को सुनवाई करेगा. अदालत इस केस के फाइनल डिस्पोजल की तैयारी में है.
जस्टिस उदय उमेश ललित, जस्टिस एस रविंद्र भट्ट और जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी की बेंच ने कहा कि कोर्ट मदद के लिए एक अमाइकस क्यूरी (न्याय मित्र) भी नियुक्त करेगा. कोर्ट तय करेगा कि माल्या को क्या सजा दी जाए.
हमने बहुत इंतजार कर लिया
जस्टिस यूयू ललित ने कहा कि हमने बहुत इंतजार कर लिया. यह दिन के उजाले की तरह साफ है कि इस शख्स को कार्यवाही में हिस्सा लेना होता तो वो यहां आता या अपना वकील भेजता. अब सुप्रीम कोर्ट 18 जनवरी को इस मामले में निर्णायक सुनवाई करेगा.
2017 में दोषी करार दिया था
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से कर्ज लेकर न चुकाने के मामले में अदालत के आदेश का पालन करने के बजाय देश की पुलिस और जांच एजेंसियों को गच्चा देकर ब्रिटेन भाग जाने वाले माल्या को कोर्ट ने 2017 में दोषी करार दिया था.
दिवालिया घोषित
विजय माल्या भारत के कई बैंकों से हजारों करोड़ों का कर्ज लेकर ब्रिटेन फरार हो गया था. तब से भारत सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसियां उसे ब्रिटेन से वापस भारत लाने की पूरी कोशिश कर रही हैं. ब्रिटेन की कोर्ट से कई बार माल्या को झटका लग चुका है. ब्रिटेन की अदालत भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को दिवालिया घोषित कर चुकी है.