राष्ट्रपति ने सबसे वरिष्ठ निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा को देश का अगला मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) नियुक्त किया है. वह 13 अप्रैल यानी कि मंगलवार से मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभालेंगे. सुशील चंद्रा को देश का मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने को लेकर राष्ट्रपति ने अधिसूचना जारी कर दी.
बता दें कि इससे पहले सुनील अरोड़ा CEC पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे. सुनील अरोड़ा ने 12 अप्रैल यानी कि सोमवार को अपना कार्यकाल पूरा कर लिया. अपने विदाई समारोह में सुनील अरोड़ा ने कहा कि एक दिन एक पत्रकार ने पूछा कि रिटायरमेंट के बाद आप क्या करेंगे? मैंने उनसे कहा कि निश्चित तौर पर भजन तो नहीं गाऊंगा. बिहार चुनाव मेरे लिए चुनौती था. मैंने कहा कि यह विश्वास की बात है और जब मैंने ऐसा कहा तो यह जुमला नहीं था. ओवरऑल देखें तो अच्छे कोर्डिनेशन के साथ बढ़िया काम रहा. 2019 चुनाव भी मेरे लिए किसी चुनौती से कम नहीं था.
अब सुशील चंद्रा की इस पद तैनाती होगी. उनका यह कार्यकाल 14 मई 2022 तक रहेगा. चंद्रा को 14 फरवरी 2019 को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था. अब वह CEC बन रहे हैं. निर्वाचन आयोग में कार्यभार संभालने से पूर्व चंद्रा CBDT के अध्यक्ष थे. मालूम हो कि सुशील चंद्रा की अगुवाई में निर्वाचन आयोग मणिपुर, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और यूपी में विधानसभा चुनाव कराया जाएगा. इन राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर पूरा हो रहा है. जैसे यूपी विधान सभा का कार्यकाल अगले साल 14 मई को पूरा हो रहा है.
इस दौरान पश्चिम बंगाल सहित पांच विधान सभाओं के चुनाव के नतीजे आएंगे और आगे कई राज्यों की विधान सभाओं के चुनाव कराएंगे. आयोग के सूत्रों के मुताबिक चंद्रा के नाम को हरी झंडी मिलने के बाद सोमवार शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चंद्रा को चीफ इलेक्शन कमिश्नर नियुक्त किए जाने की अधिसूचना पर दस्तखत कर दिए.
निर्वाचन आयोग के तीन सदस्यीय होने के बाद से ये परंपरा रही है कि वरिष्ठतम आयुक्त को मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनाया जाता है. अशोक लवासा के तबादले के बाद चंद्रा ही इस पद के लिए सुयोग्य रह गए हैं. परंपरा के हिसाब से भी सुशील चंद्रा को ही सीईसी बनना तय माना जा रहा था.