भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज जयंती है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य दिग्गज नेताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में उन्हें नमन करते हुए कहा कि उनके आदर्श लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘’मैं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Syama Prasad Mookerjee) को उनकी जयंती पर नमन करता हूं. उनके आदर्श देश में लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं. डॉ. मुखर्जी ने अपना जीवन भारत की एकता और प्रगति में खपा दिया. उन्होंने एक विद्वान और बुद्धिजीवी के रूप में भी अपनी पहचान बनाई.
I bow to Dr. Syama Prasad Mookerjee on his Jayanti. His lofty ideals motivate millions across our nation. Dr. Mookerjee devoted his life towards India’s unity and progress. He also distinguished himself as a remarkable scholar and intellectual.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2021
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने इस मौके पर ट्वीट किया, ‘’देशभक्त और राष्ट्रवादी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित किया. हमारे प्रेरणा स्त्रोत व एक प्रखर राष्ट्रवादी विचारक श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन’’.
भारत की एकता एवं अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, महान शिक्षाविद जनसंघ के संस्थापक एवं हमारे पथ प्रदर्शक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर शत्-शत् नमन। pic.twitter.com/ZZUWfgB4M9
— BJP (@BJP4India) July 6, 2021
आपको बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे थे. जम्मू-कश्मीर में लगाए गए अनुच्छेद 370 के खिलाफ मुखर रूप से आवाज़ उठाने वाले लोगों में श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम सबसे पहले आता है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वतंत्र भारत की पहली कैबिनेट में मंत्री रहे थे, हालांकि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के मसले पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 6 जुलाई 1901 में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. 1953 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकले, जहां उन्हें गिरफ्तार किया गया था. 23 जून, 1953 में जेल में ही उनकी मौत हो गई थी.