अफगानिस्तान में सरकार बनाने की तैयारी कर रहे तालिबान ने रविवार को साफ कर दिया है कि वह कश्मीर मामले पर कोई भी दखल नहीं देने जा रहा. संगठन ने कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला बताते हुए कहा है कि वह चाहता है कि दोनों देश इसे शांतिपूर्ण तरीके से हल करें.
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में एक बार फिर से बता दिया कि तालिबान अफगानिस्तान की जमीन को किसी और देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने देगा. भारत सरकार भी पहले इस मुद्दे पर चिंता जता चुकी है. केंद्र सरकार ने कुछ दिनों पहले ही तालिबान की ओर इशारा करते हुए दो टूक कहा था कि अफगानिस्तान की धरती का भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. अब तालिबान ने फिर से वादा किया है कि वह अपनी धरती का गलत इस्तेमाल नहीं होने देगा.
'पूरा अफगानिस्तान तालिबान के कंट्रोल में है'
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बातचीत में दावा किया, ''पूरा अफगानिस्तान हमारे कंट्रोल में है. यह अवाम की सरकार है और कश्मीर भारत व पाकिस्तान के बीच का मसला है. हम पूरे मामले का शांतिपूर्ण तरीके से हल चाहते हैं.'' हाल ही में भारतीय अल्पसंख्यकों को लेकर एक वायरल हुए इंटरव्यू पर भी शाहीन ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में उन्होंने जो बात कही, उसका संदर्भ अलग था.
शाहीन ने कहा, ''मैंने बीबीसी को जो बताया था, वह यह था कि यदि अफगानिस्तान में हिंदू और सिख को लेकर कोई मानवाधिकार का मामला होता है तो भारत जैसे अपनी बात रखता है, उसी तरह हम भी अपनी पोजिशन को एक्सप्रेस करेंगे. यह नॉर्मल है और पूरी दुनिया में होता है. उन्होंने इस बात को अलग तरीके से रखा, जिससे मैं हैरान हो गया.''
'जमीन का किसी के खिलाफ नहीं होने देंगे इस्तेमाल'
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने 'आजतक' से आगे कहा, ''हम अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी के खिलाफ नहीं होने देंगे. हम जो कहते हैं उसी पर अमल करते हैं. हम अफगानिस्तान का फिर से निर्माण करेंगे.'' तालिबान सरकार के गठन पर शाहीन ने कहा कि इस पर फैसला हो चुका है, बस ऐलान ही बाकी है.
उधर, पंजशीर घाटी में चल रहे तालिबान और अहमद मसूद और पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के लड़ाकों में टकराव के बीच शाहीन ने दावा किया यह मसला हल हो चुका है. इससे पहले तालिबान ने भी दावा किया था कि पंजशीर के पुलिस मुख्यालय, जिला मुख्यालय और सभी दफ्तरों पर तालिबानी लड़ाकों का कब्जा हो चुका है. हालांकि, विरोधी गुट इससे इनकार करता रहा है. इसके अलावा, बातचीत में तालिबान के प्रवक्ता ने चीन को अपना पड़ोसी देश बताया है और कहा है कि वह पड़ोसी देशों से बातचीत करेंगे.