scorecardresearch
 

टीम मोदी जिसने करवाई कतर में बंद 8 पूर्व नेवी अफसरों की घर वापसी

टीम मोदी जिनमें एनएसए अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित कई दिग्गज शामिल थे, कतर में बंद पूर्व नेवी अफसरों के मुद्दे को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई. एनएसए अजीत डोभाल ने कतर के नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए दो से तीन बार दोहा का दौरा किया.

Advertisement
X
नरेंद्र मोदी, एस जयशंकर और अजीत डोभाल. (फाइल फोटो)
नरेंद्र मोदी, एस जयशंकर और अजीत डोभाल. (फाइल फोटो)

भारत ने एक बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए कतर की जेल से अपने आठ पूर्व नौसैनिकों को रिहा करा लिया. कतर के डहरा ग्लोबल फर्म के लिए काम करने वाले इन पूर्व नौसैनिकों को पहले मौत की सजा सुनाई गई थी.

Advertisement

फिर भारत सरकार के अनुरोध पर कतर के अमीर ने उम्रकैद में बदल दिया था. अब विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इन्हें रिहा करा लिया गया है और इनमें से सात पूर्व नौसैनिक भारत वापस भी लौट आए हैं.

टीम मोदी के इन चेहरों ने संभाल रखा था मोर्चा

हालांकि पूर्व नौसैनिकों से जुड़ा यह संकट 2 वर्षों से अधिक समय से चल रहा था लेकिन मोदी सरकार के एक्शन में उस समय तेजी आई जब कतर की अदालत में इन पूर्व नौसैनिकों को कुछ महीने पहले मौत की सजा सुनाई. एक ओर राजनयिक स्तर पर मोर्चा विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में विदेश मंत्रालय ने संभाल रखा था तो वहीं दूसरी ओर बैक चैनल से बातचीत का जिम्मा राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाकर अजीत डोभाल के पास था. शीर्ष सूत्रों ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अजीत डोभाल ने दो से तीन बार दोहा का दौरा किया, और वहां के नेताओं से बातचीत की.  

Advertisement

यह भी पढ़ें: भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, कतर की जेल से रिहा किए गए 8 पूर्व नौसैनिक, 7 लौटे भारत

जब हाथ लगी भारत को अहम कामयाबी

भारत को इस मामले में सबसे बड़ी कामयाबी पिछले महीने तब हाथ लगी थी जब कतर प्रशासन ने भारतीय नौसैनिकों के मौत की सजा को कम करके उम्र कैद में बदल दिया था. लेकिन, इसके बाद भी भारत अपने पूर्व नौसैनिकों को जेल से छुड़ाने और वापस देश लाने की दिशा में काम करता रहा. 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते साल नवंबर में अपने दुबई दौरे के समय इस मामले में कतर के नेतृत्व से सीधी बातचीत की थी. सभी पूर्व नौसैनिकों की रिहाई भारत सरकार के लगातार प्रयासों और सभी प्रकार के राजनयिक चैनलों के एक साथ साझा प्रयास और बातचीत के कारण सुनिश्चित किया जा सका है.

यह भी पढ़ें: 18 महीने ट्रायल, सजा-ए-मौत, कूटनीतिक जंग, रिहाई और फिर देश वापसी... कतर से लौटे 8 पूर्व नेवी अफसरों की कहानी

कभी सार्वजनिक नहीं किया गया आरोप 

अब कतर की जेल में बंद आठ पूर्व भारतीय नौसेना के कर्मचारियों के रिहा होने और देश लौट आने की खबर आई. ताजा डेवलपमेंट अक्टूबर में उनकी मौत की सजा को अलग-अलग अवधि की जेल की सजा में बदलने के 46 दिन बाद हुआ है. अब उनमें से सात नौसनिक घर लौट आए हैं. ये पूर्व भारतीय नौसेना के अधिकारियों को कतर में जासूसी के आरोपों का सामना करना पड़ा था, लेकिन न तो कतर के अधिकारियों द्वारा और न ही नई दिल्ली की तरफ से उनके खिलाफ लगे आरोपों को कभी सार्वजनिक किया गया.

Live TV

Advertisement
Advertisement