पूरा उत्तर भारत आज-कल सुबह-शाम कोहरे की चादर में लिपटा रहता है. इससे सड़क यात्रा हो या हवाई और रेल सारी यातायात सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. इसी के चलते कल (27 दिसंबर) तेजस एक्सप्रेस भी अपने तय समय के लगभग 4 घंटे देरी से पहुंची. अब रेलवे यात्रा में शामिल सभी यात्रियों को मुआवजा देगा.
भारत की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस कल 3 घंटे 50 मिनट की देरी से चली और आज इस ट्रेन को कोहरे के कारण रद्द कर दिया गया है. साथ ही मेंटेनेंस का काम भी किया गया है, जो लेट होने के बाद संभव नहीं हो पाया. अब आईआरसीटीसी 1000 यात्रियों पर 250 रुपये प्रति यात्री मुआवजा देगा.
पिछले साल भी लेट हो गई थी तेजस एक्स्प्रेस
पिछले साल भी तेजस एक्स्प्रेस लेट हो गई थी, जिसके चलते 1,343 यात्रियों को 250 रुपये की प्रति यात्री के हिसाब के किराया रिफंड किया गया था. बता दें कि आईआरसीटीसी की ओर से चलाई जाने वाली तेजस एक्सप्रेस ऐसी ट्रेन है, जिसमें यात्रियों को हवाई जहाज की तरह सुविधाएं दी जाती हैं. इस ट्रेन को देश की सर्वाधिक सुविधा युक्त ट्रेनों में शुमार किया जाता है.
निर्धारित समय पर चलने के लिए जानी जाती है तेजस
यही नहीं प्रीमियम क्लास की इस ट्रेन को अपने निर्धारित समय से छूटने और समय से गंतव्य तक पहुंचने के लिए जाना जाता है. साथ ही आईआरसीटीसी की व्यवस्था है कि अगर यह ट्रेन किसी भी कारण से अपने गंतव्य तक देरी से पहुंचती है, तो निर्धारित धनराशि यात्रियों को रिफंड की जाती है. आईआरसीटीसी के नियमों के मुताबिक, अगर तेजस एक्सप्रेस 1 घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंचती है, तो 100 रुपए प्रति यात्री रिफंड किया जाता है. वहीं, अगर ट्रेन दो घंटे से ज्यादा की देरी से लेट होती है, तो प्रति यात्री 250 रुपए वापस किए जाते हैं.