
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) अब राष्ट्रीय राजनीति में उतरने को तैयार हैं. पिछले कुछ महीनों से राष्ट्रीय राजनीति में उतरने की पृष्ठभूमि तैयार करने में जुटे केसीआर अलग-अलग राज्यों के दौरे कर रहे थे और तेलंगाना के विकास मॉडल की चर्चा करते हुए विपक्षी दलों के नेताओं के साथ लगातार मुलाकात और बात कर रहे थे. अब केसीआर ने दशहरा के दिन यानी 5 अक्टूबर को अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई है और माना जा रहा है कि इस मीटिंग में पार्टी के नए नाम और राष्ट्रीय राजनीति में उतरने के प्लान, दोनों फैसलों पर औपचारिक मुहर लग जाएगी.
टीआरएस जनरल बॉडी की मीटिंग हैदराबाद स्थित तेलंगाना भवन में होनी है. इस मीटिंग और केसीआर के नेशनल प्लान को लेकर टीआरएस नेताओं में तो उत्साह है ही, दूसरे दलों के नेता भी उत्साहित हैं. टीआरएस की मीटिंग से पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी हैदराबाद पहुंच चुके हैं. एचडी कुमारस्वामी के साथ उनकी पार्टी जनता दल सेक्यूलर यानी जेडीएस के कई विधायक और वरिष्ठ नेता भी मंगलवार की रात हैदराबाद पहुंच गए. कुमारस्वामी और उनकी पार्टी के विधायक, नेता भी टीआरएस की जनरल बॉडी मीटिंग में शामिल होंगे.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के डेलिगेशन का हैदराबाद के बेगमपेट एयरपोर्ट पहुंचने पर टीआरएस नेताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. एचडी कुमारस्वामी और उनके साथ आए डेलिगेशन का बेगमपेट एयरपोर्ट पर टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के तारकरमा राव (केटीआर), चीफ व्हिप बालका सुमन, पूर्व एमएलसी कर्ण प्रभाकर ने स्वागत किया. जेडीएस डेलिगेशन का स्वागत करने के लिए टीआरएस के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी हैदराबाद के बेगमपेट एयरपोर्ट पहुंचे थे.
बीआरएस हो सकता है टीआरएस का नाम
ऐसा माना जा रहा है कि केसीआर जनरल बॉडी मीटिंग में टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करने का प्रस्ताव पेश कर सकते हैं. टीआरएस जनरल बॉडी की मीटिंग में पार्टी का नाम बदलने के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति में उतरने की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है. केसीआर की पार्टी की जनरल बॉडी मीटिंग में शामिल होने के लिए के लिए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और उनकी पार्टी जेडीएस के डेलिगेशन का हैदराबाद पहुंचना भी अन्य विपक्षी दलों के लिए एक संदेश माना जा रहा है.
कई महीने से नेशनल प्लान को लेकर एक्टिव थे केसीआर
केसीआर की ओर से राष्ट्रीय पार्टी का ऐलान करने की तैयारी कोई अचानक हुई सियासी घटना नहीं है. केसीआर इसके लिए कई महीने पहले से ही तैयारी में जुटे थे. केसीआर तेलंगाना की सियासत से बाहर निकल अलग-अलग राज्यों के दौरे कर रहे थे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक, अलग-अलग विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं के साथ मेल-मिलाप कर राष्ट्रीय राजनीति में बीजेपी का विकल्प देने की रणनीति का खाका खींचने में जुटे थे.
सितंबर में ही लिख दी गई थी पटकथा
केसीआर भले ही राष्ट्रीय पार्टी का ऐलान अब करने वाले हों लेकिन इसकी पटकथा सितंबर महीने में ही लिख दी गई थी. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने हैदराबाद पहुंचकर केसीआर से मुलाकात की थी और उनके राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश की जोरदार पैरवी की थी. दोनों नेताओं ने साथ भोजन किया था और राष्ट्रीय पार्टी के एजेंडे पर भी चर्चा की थी. हालांकि, तब केसीआर ने राष्ट्रीय पार्टी के गठन का प्रस्ताव ये कहकर टाल दिया था कि इसे लेकर कोई भी फैसला बुद्धिजीवियों से विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा.
नीतीश से मुलाकात के बाद दिया था बीजेपी मुक्त भारत का नारा
तेलंगाना के सीएम केसीआर ने नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद बीजेपी मुक्त भारत का नारा देकर एक तरह से ये साफ कर दिया था कि उनका लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है. हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व राज्यसभा सांसद विजय दर्डा ने हैदराबाद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात की थी. विजय दर्डा ने इस मुलाकात के बाद कहा था कि देश के लोग केसीआर जैसे वैकल्पिक नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने तेलंगाना के विकास मॉडल की भी जमकर तारीफ की थी.
बीजेपी ने नई पार्टी की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
केसीआर के राष्ट्रीय पार्टी का ऐलान करने की तैयारियों के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आक्रामक रुख अपना लिया है. तेलंगाना बीजेपी के प्रवक्ता एनवी सुभाष ने केसीआर की नई पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने नई पार्टी के ऐलान से पहले टीआरएस नेता की ओर से चिकन और शराब बांटे जाने का जिक्र करते हुए केसीआर की पार्टी पर हमला बोला.
तेलंगाना बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी के ऐलान से पहले टीआरएस नेताओं के इस कृत्य ने लोगों की सेवा करने की इनकी मंशा और नई पार्टी की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगा दिया है. उन्होंने सवाल किया कि टीआरएस सार्वजनिक रूप से लोगों को शराब की बोतलें और चिकन बांटकर क्या संदेश देना चाहती है. एनवी सुभाष ने कहा कि तेलंगाना के लोग को ये अनुभव है कि केसीआर धरती पर चांद लाने का वादा भी कर सकते हैं लेकिन क्या ऐसा संभव हो सकता है.