तेलंगाना के वारंगल जिले में एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसका यौन उत्पीड़न करने और उसे वेश्यावृत्ति में धकेलने की कोशिश के आरोप में एक महिला सहित गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मंगलवार को ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि मामले के सिलसिले में एक किशोर को भी पकड़ा गया है. पुलिस ने बताया कि 11 मार्च को नाबालिग लड़की मिल्स कॉलोनी थाने की सीमा में लापता हो गई थी, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया.
पुलिस ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि जांच के दौरान लड़की को मुलुगु के पास से बरामद किया गया, जहां से उसे बचाया गया. बयान में कहा गया है कि नाबालिग लड़की ने पुलिस को बताया कि उसे कुछ लोगों ने अगवा किया था, जिन्होंने उसे मारिजुआना (गांजा) पीने के लिए मजबूर किया और फिर उसका यौन उत्पीड़न किया.
वारंगल के पुलिस आयुक्त सनप्रीत सिंह ने आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन विशेष जांच दल बनाए. जांच में आगे पता चला कि मामले की मुख्य आरोपी महिला वेश्यावृत्ति का रैकेट चला रही थी. पुलिस ने कहा कि वह नाबालिग को अपने साथ ले गई और उन्होंने ग्राहकों से अधिक पैसे कमाने के लिए महिलाओं या लड़कियों को वेश्यावृत्ति में लाने की साजिश रची.
पुलिस ने बताया कि उन्होंने पीड़िता को निशाना बनाया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए उससे संपर्क किया.पीड़िता का भरोसा जीतने के बाद उसे 11 मार्च को उसके घर से बहला-फुसलाकर बाहर निकाला गया. उन्होंने बताया कि महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़िता को कार में अगवा कर लिया और उसे नरसंपेट के पास एक खाली पड़े घर में ले गई. उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने उसे जबरन 'गांजा' पिलाया और आरोपियों में से एक ने उसका यौन उत्पीड़न किया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पीड़िता को धमकाया और बाद में उसे मुलुगु के पास छोड़ दिया और भाग गए.