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टेलीग्राम ने हटाए चाइल्ड पॉर्न से जुड़े चैनल, AajTak की इन्वेस्टिगेशन का बड़ा असर

आजतक की टीम ने 'चाइल्ड पॉर्न' और 'रेप पॉर्न' के रूप में कंटेंट बेचने में शामिल कम से कम तीन टेलीग्राम ऑपरेटरों से संपर्क किया था. ये अकाउंट्स कई ग्रुप्स का हिस्सा थे जहां महज कुछ सौ रुपये में ऐसे कंटेंट की बिक्री को बढ़ावा देने वाले मैसेज लगातार भेजे जाते थे.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

आजतक की इन्वेस्टिगेशन के बाद मंगलवार को भारतीय टेलीग्राम अकाउंट्स और ग्रुप्स के एक नेटवर्क को हटा दिया गया है. अपनी इन्वेस्टिगेशन में आजतक ने सक्रिय रूप से बाल यौन शोषण कंटेंट और रेप पॉर्नोग्राफी वीडियो बेचने वाले अकाउंट्स और ग्रुप्स का खुलासा किया था.

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खुद को खरीदार बताकर आजतक की ओपन-सोर्स इन्वेस्टिगेशन (OSINT) टीम के पत्रकारों ने इन सेलर्स से संपर्क किया और डिजिटल फोरेंसिक मेथड का इस्तेमाल करके पता लगाया कि उनकी लोकेशन पंजाब, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में है. इन लोगों ने पैसे लेने के लिए UPI सर्विस का इस्तेमाल किया और Google Pay और FamApp के QR कोड भेजे.

यह भी पढ़ें: टेलीग्राम पर रेप की घटनाएं बताकर बिक रहा अश्लील कंटेंट, सिर्फ 2.5 रुपये में चाइल्ड पॉर्न के 1000 वीडियो

तीन टेलीग्राम ऑपरेटरों से किया संपर्क

टेलीग्राम के एक प्रवक्ता ने आजतक से बात करते हुए कहा, 'टेलीग्राम सक्रिय रूप से अपने प्लेटफॉर्म पर बाल दुर्व्यवहार सहित हानिकारक कंटेंट को मॉडरेट करता है. मॉडरेटर सक्रिय रूप से प्लेटफॉर्म के पब्लिक पार्ट्स की निगरानी करते हैं जिसके लिए वे एआई टूल का इस्तेमाल भी करते हैं और हर दिन बड़ी संख्या में हानिकारक कंटेंट को हटाने के लिए यूजर रिपोर्ट को एक्सेप्ट करते हैं.'

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आजतक के पत्रकारों ने 'चाइल्ड पॉर्न' और 'रेप पॉर्न' के रूप में कंटेंट बेचने में शामिल कम से कम तीन टेलीग्राम ऑपरेटरों से संपर्क किया था. ये अकाउंट्स कई ग्रुप्स का हिस्सा थे जहां महज कुछ सौ रुपये में ऐसे कंटेंट की बिक्री को बढ़ावा देने वाले मैसेज लगातार भेजे जाते थे.

फेक यूपीआई स्क्रीनशॉट से लालच में आए यूजर

आजतक की टीम द्वारा भेजे गए फेक यूपीआई स्क्रीनशॉट से लालच में आकर टेलीग्राम अकाउंट ऑपरेटर्स ने बड़ी संख्या में वीडियो उपलब्ध कराए, जिनमें बेहद छोटे बच्चों के वीडियो भी शामिल थे. सिंडिकेट की ओर से एक्सक्लूसिव क्लोस्ड टेलीग्राम ग्रुप्स तक एक्सेस का वादा भी किया, जहां और अधिक सामग्री उपलब्ध होती. 

उनके आईपी एड्रेस, डिवाइस सिग्नेचर और आईएसपी लॉग के विश्लेषण से पता चला कि ये ऑपरेटर भारत के विभिन्न राज्यों में सक्रिय थे और अपने ऑपरेशन के लिए ज्यादातर एंड्रॉइड मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे. 

टेलीग्राम ने हटाए अकाउंट्स और ग्रुप्स

इन्वेस्टिगेशन के बाद, आजतक ने सोमवार को टेलीग्राम को इन अकाउंट्स और ग्रुप्स की डिटेल भेजी. इन गतिविधियों के पोस्ट यूआरएल के रूप में अतिरिक्त सबूत भी प्रदान किए गए. मंगलवार की सुबह तक, सभी रिपोर्ट किए गए अकाउंट्स और ग्रुप्स टेलीग्राम पर मौजूद नहीं रहे.

पिछले महीने, टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ पावेल ड्यूरोव को फ्रांसीसी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. फ्रांसीसी जांचकर्ताओं ने आरोप लगाया कि टेलीग्राम का इस्तेमाल अक्सर बाल यौन शोषण सामग्री और अन्य अवैध सामग्री को प्रसारित करने के लिए किया जाता था और यह अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं करता था. 

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अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा टेलीग्राम

बाद में उन्हें 5 मिलियन यूरो की जमानत पर रिहा कर दिया गया लेकिन औपचारिक जांच जारी है. तब से, टेलीग्राम और उसकी लीडरशिप ने अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नए सिरे से प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए बयान जारी किए हैं.

ऑनलाइन मैसेजिंग और कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में अब तक वैश्विक स्तर पर कुल 17683 ग्रुप्स और चैनलों पर प्रतिबंध लगाया गया है. दुबई स्थित कंपनी के टेलीग्राम ऐप के 700 मिलियन से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं और यह दुनिया में शीर्ष 5 सबसे अधिक डाउनलोड किए जाने वाले ऐप में से एक है.

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