पिछले साल यानी 2021 में देशभर में 164 आतंकी हमले हुए थे. इनमें से 100 हमलों को जिहादी आतंकियों ने अंजाम दिया तो अन्य 64 हमले दूसरे आतंकियों के थे. ये जानकारी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की नई रिपोर्ट में सामने आई है.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा 147 आतंकी हमले पुलिस थानों और कैम्प पर हुए थे. अगर इन आतंकी हमलों में नॉर्थ-ईस्ट के चरमपंथियों, वामपंथी उग्रवादियों के हमले भी जोड़ दिए जाएं तो आंकड़ा 486 पर पहुंच जाता है. इन हमलों को लेकर 550 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे.
किस राज्य में कितने आतंकी हमले हुए? इसका आंकड़ा तो रिपोर्ट में नहीं दिया गया है. लेकिन रिपोर्ट में इस बात का आंकड़ा जरूर है कि 2021 में देशभर में आतंकियों के खिलाफ 380 आपराधिक मामले दर्ज किए गए. इनमें से 366 मामले अकेले जम्मू-कश्मीर में दर्ज हुए, जबकि, 6 मामले झारखंड, 5 केरल और 1-1 मामला हरियाणा, नागालैंड और पंजाब में दर्ज हुआ था.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों के खिलाफ हत्या के 30 और हत्या की कोशिश के 46 मामले दर्ज हुए. ये सभी मामले जम्मू-कश्मीर में दर्ज किए गए थे. इनके अलावा 6 मामले रंगदारी और 11 मामले देशद्रोह से जुड़े थे. आर्म्स एक्ट के तहत 113 और UAPA के तहत 138 मामले दर्ज हुए थे.
आंकड़ों को देखा जाए तो 2020 की तुलना में 2021 में आतंकी हमलों की संख्या बढ़ गई है. 2020 में 113 आतंकी हमले (2021 में 164) हुए थे, जिनमें से 76 हमलों में जिहादी आतंकी शामिल थे.
भारत में बढ़ीं आतंकी घटनाएं
2020 | 2021 | |
नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी | 45 | 41 |
वामपंथी उग्रवादी | 240 | 281 |
आतंकी | 113 | 164 |
आतंकवाद से कितना नुकसान
एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी, वामपंथी उग्रवादी और आतंकवादी हमलों में 91 आम नागरिकों की मौत हुई, जबकि सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के 88 जवान शहीद हुए. हमलों में 103 आम नागरिक और 232 जवान घायल हुए.
आतंकी हमलों में सुरक्षाबलों के 43 जवान शहीद हुए थे, जबकि बदले में सुरक्षाबलों ने 122 आतंकियों को ढेर कर दिया था. यानी, एक जवान की शहादत के बदले में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया था. सुरक्षाबलों ने जितने आतंकियों को मार गिराया था, उनमें 4 महिला जिहादी आतंकी भी शामिल थीं.
चरमपंथी घटनाओं में कितना नुकसान?
आम नागरिकों की मौत | शहीद जवान | |||
2020 | 2021 | 2020 | 2021 | |
नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी | 0 | 3 | 3 | 0 |
वामपंथी उग्रवादी | 61 | 53 | 37 | 45 |
आतंकी | 19 | 35 | 33 | 43 |
कितने आतंकी पकड़े गए, कितनों का सफाया?
मारे गए | पकड़े गए | |||
2020 | 2021 | 2020 | 2021 | |
नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी | 0 | 10 | 46 | 111 |
वामपंथी उग्रवादी | 55 | 96 | 554 | 502 |
आतंकी | 119 | 122 | 83 | 78 |
रिपोर्ट में और क्या-क्या है?
- पिछले साल नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी, वामपंथी उग्रवादी और आतंकी पुलिस और सुरक्षाबलों से 52 तरह के हथियार और 1877 गोला-बारूद लूटकर ले गए थे. इनमें AK-47, AK-56, AK-74 और AK-87 समेत दूसरी तरह की राइफल और पिस्टल-रिवॉल्वर शामिल थीं. हथियार और गोला-बारूद के अलावा 4 मोबाइल फोन और 2 वायरलेस सेट समेत 18 तरह की चीजें भी ले गए थे, जिनकी कीमत 2.40 लाख रुपये थी.
- वहीं, पुलिस और सुरक्षाबलों ने नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी, वामपंथी उग्रवादी और आतंकवादियों से 254 मोबाइल फोन, 8 जीपीएस, 12 रेडियो सेट, 27 वायरलेस सेट और 80 साहित्य समेत 440 तरह की चीजें बरामद की थीं. इनके अलावा 980 ग्राम ड्रग्स भी बरामद की गई थी. इन सभी की कीमत 44.71 लाख रुपये से भी ज्यादा थी.