भारतीय वायुसेना के एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शनिवार को हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के अधिकारियों की 'क्लास' लेने वाले एक वायरल वीडियो को "दोस्ताना बातचीत" करार दिया. उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से उनकी HAL के अधिकारियों के साथ बातचीत सामने आई, वह "सही नहीं था".
एयर चीफ मार्शल ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा कि 'यह हास्यास्पद है कि कोई व्यक्ति आपकी निजी बातचीत में घुसकर उसे लीक करे.' एयर चीफ ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल अधिकारियों को तेजी से काम करने के लिए कहना था. उन्होंने कहा कि मैं HAL के अपने सहयोगियों से बात कर रहा था. हम एक साथ प्रशिक्षित हुए हैं. यह टेस्ट क्रू और इंजीनियरों के साथ दोस्ताना बातचीत थी, जिनके साथ मैंने काम किया है. मेरा उद्देश्य उनकी अंतरात्मा को जगाना था, लेकिन जिस तरह से यह सामने आया, वह सही नहीं था.
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दरअसल, फरवरी में वायरल हुए एक वीडियो में एयर चीफ मार्शल को यह कहते हुए सुना गया था कि उन्हें हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पर "कोई विश्वास नहीं है".
वहीं, इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान देने की अभी तक औपचारिक पेशकश नहीं हुई है. दरअसल, हाल में अमेरिका की ओर से भारत को F-35 लड़ाकू विमान देने की खबर सामने आई थी. इसकी महंगी कीमत को लेकर जब एयर चीफ मार्शल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी इसपर कोई कमेंट करना सही नहीं है. अभी कोई औपचारिक पेशकश नहीं हुई है. एक लंबी प्रक्रिया है. अभी एयरफोर्स ने इसका विश्लेषण नहीं किया है.
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हम हर स्थिति के लिए तैयार रहते हैंः एयर चीफ मार्शल
बालाकोट ऑपरेशन का जिक्र करते हुए जब एयर चीफ मार्शल से भविष्य की चुनौतियों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम पहले से ये नहीं बता सकते हैं कि हमें क्या करना है. लेकिन ये स्थिति पर निर्भर करता है कि हमारा अगला प्लान क्या है. हमारे पास कई विकल्प होते हैं. इस दौरान एपी सिंह ने बालाकोट का जिक्र करते हुए कहा कि अगर सरकार का समर्थन नहीं होता तो बालाकोट जैसा ऑपरेशन नहीं होता.