कर्नाटक के बीजेपी चीफ नलिन कुमार कतील के टीपू सुल्तान पर दिए गए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. नलिन कुमार ने कहा है कि कोप्पल जिले के येलबुर्गा के लोग जो भगवान राम और हनुमान की पूजा करते हैं, सिर्फ उन्हीं को यहां रहना चाहिए, न कि उन्हें जो टीपू सुल्तान का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान का समर्थन करने वालों को जंगलों की ओर खदेड़ देना चाहिए.
कतील मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. यहां जल्द चुनाव होने वाले हैं. इस दौरान कतील ने कहा कि हम भगवान राम और हनुमान के भक्त हैं. हम टीपू सुल्तान की संतान नहीं हैं.
इस दौरान कर्नाटक बीजेपी चीफ ने उत्साही भीड़ से कहा कि मैं यालबुर्गा के लोगों से पूछना चाहता हूं - क्या आप हनुमान की पूजा करते हैं या टीपू सुल्तान की प्रशंसा करते हैं. क्या आप टीपू की प्रशंसा करने वालों को खदेड़कर जंगलों की ओर नहीं भगाएंगे?
भाजपा नेता ने कोप्पल जिले में हनुमान का आह्वान किया. जिसे रामायण में वर्णित वानर साम्राज्य 'किष्किन्धा क्षेत्र' माना जाता है. यह स्थान अंजनाद्री - हनुमान की माता अंजना की पहाड़ी पर हनुमान का जन्मस्थान भी माना जाता है.
'इस जमीन पर सिर्फ भगवान राम और हनुमान के भक्त ही रहने चाहिए'
भाजपा नेता कतील ने कहा कि जो लोग टीपू का समर्थन करते हैं, उन्हें इस भूमि पर नहीं रहना चाहिए. सिर्फ वही रहें, जो भगवान राम और हनुमान जी के भक्त हैं.
कतील ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर मंगलुरु कुकर ब्लास्ट के आरोपी मोहम्मद शरीक के प्रति नरमी बरते जाने का आरोप लगाया, जो पिछले साल 19 नवंबर में एक ऑटोरिक्शा में कथित तौर पर कुकर बम फटने से ड्राइवर के साथ घायल हो गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि जब शारिक को गिरफ्तार किया गया था तो शिवकुमार ने आरोपी को निर्दोष बताया था.
कर्नाटक बीजेपी चीफ ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कर्नाटक बीजेपी चीफ कतील ने कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें दो कुकरों से लगाव है - एक बेलगावी कुकर और दूसरा मंगलुरु कुकर. कतील आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक एक कांग्रेस नेता द्वारा कथित रूप से बेलगावी में कुकर मुफ्त वितरण का जिक्र कर रहे थे.
कतील ने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर तंज कसा और उन्हें बादामी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी, जहां कांग्रेस नेता ने 2018 के विधानसभा चुनाव में बहुत कम अंतर से जीत हासिल की थी. कतील ने कहा कि आप एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने पांच साल तक शासन किया. आप खुद को कांग्रेस के जननेता कहते हैं. जननेता के पास चुनाव लड़ने के लिए क्षेत्र क्यों नहीं है?
(एजेंसी)