भारत की वायुसेना को और मजबूत करने के लिए तीन और राफेल विमान (Rafale fighter jets) बुधवार को भारत की धरती पर आ गए हैं. यह राफेल विमानों की सातवीं खेप है. तीनों राफेल फ्रांस से उड़कर बिना रुके लगभग आठ हजार किलोमीटर की दूरी तय कर भारत पहुंचे. इन फाइटर जेट्स को भारतीय वायु सेना की राफेल विमानों की दूसरी स्क्वाड्रन में शामिल किया जाएगा.
इस खेप के आने के बाद अब भारत के पास 24 राफेल विमान हो गए हैं. राफेल जेट की नई स्क्वाड्रन पश्चिम बंगाल के हासीमारा एयर बेस पर तैनात होगी. पहली राफेल स्क्वाड्रन अंबाला वायु सेना स्टेशन पर मौजूद है. एक स्क्वाड्रन में 18 विमान होते हैं. दूसरी स्कॉड्रन जुलाई के आखिर तक संचालन शुरू कर देगी. अंबाला में तैनात पहली राफेल स्कॉड्रन ने पूर्वी लद्दाख में चीन से लगे बॉडर्स पर पेट्रोलिंग शुरू कर दी है.
UAE ने उपबल्ध कराया ईंधन
फ्रांस से आए इन विमानों को हवाई मार्ग के बीच में संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेना ने ईंधन उपलब्ध कराया था. भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया, 'फ्रांस के इस्त्रेस एयर बेस से उड़कर बिना रुके तीन राफेल विमान कुछ देर पहले भारत पहुंचे. हवाई मार्ग के बीच में सहायता देने के लिए यूएई वायु सेना को भारतीय वायु सेना धन्यवाद देती है.'
Three Rafale aircraft arrived in India a short while ago, after a direct ferry from #IstresAirBase, France.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) July 21, 2021
IAF deeply appreciates the support by UAE Air Force for in-flight refuelling during the non-stop ferry.
हासीमारा एयर बेस पर राफेल स्कॉड्रन की तैनाती भारत के लिए बड़ी बात होगी, क्योंकि इसेस चीन के एयरफील्ड भारतीय एयरक्राफ्ट की क्लोज रेंज में आ जाएंगे. बता दें कि भारत ने 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल विमान की खरीद की डील की थी. यह डील 59 हजार करोड़ रुपये में हुई थी. आने वाले 15-20 सालों में भारत 114 मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट का ऑर्डर देने की तैयारी में है.