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पुडुचेरी में जहरीली शराब पीने से तीन की मौत, 10 की हालत गंभीर

पुडुचेरी में जहरीली शराब पीने के बाद 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से 3 लोगों की मौत हो गई है. 10 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही कहा है कि हमारी सरकार के दौरान नकली शराब का काम नहीं होने दिया जाता था.

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मृतक
मृतक

पुडुचेरी में जहरीली शराब के सेवन से तीन लोगों की मौत हो गई है और 10 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान तीन लोगों की जान चली गई. जहरीली शराब पीने से गंभीर हालत लोगों को पुडुचेरी के जेआईपीएमईआर (JIPMER) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

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दरअसल, पुडुचेरी के मरक्कानम में जहरीली शराब पीने के बाद 16 लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी. आनन-फानन में सभी को पुडुचेरी के JIPMER अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां इलाज के दौरान सुरेश, शंकर और रानीवेल नाम के तीन पुरुषों की मौत हो गई. बाकियों का अस्पताल में इलाज जारी है. कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.

वहीं, घटना के सामने आने के बाद से राजनीति शुरू हो गई. विपक्ष के नेता एडापडी के पलानीसामी ने डीएमके सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अन्नाद्रमुक शासन के दौरान नकली शराब की बिक्री को समाप्त करने के उपाय किए गए थे. मगर अब फिर से नकली शराब ने राज्य में बेची जा रही है. एडापडी के पलानीसामी ने घटना को प्रशासनिक अक्षमता बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है.

बिहार में भी गई थी लोगों की जान

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शराबबंदी वाले राज्य बिहार में भी जहरीली शराब पीने से बीते कुछ समय में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है. छपरा में भी जहरीली शराब के सेवन के बाद 80 लोगों की मौत हो गई थी. दिसंबर 2022 में भी सारण जिले में जहरीली शराब के सेवन से 20 लोगों की मौत हो गई थी. इन घटनाओं के बाद भी राज्य में अवैध शराब का बिकना बंद नहीं हुआ है. बीते दिनों ही शराब की तस्करी करते पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. 

सामने आया था कि शराबबंदी वाले बिहार में सीतामढ़ी पुलिस को शराब की डिलीवरी करते हुए मुजफ्फरपुर पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा था. पुलिस के मुताबिक, तीन लोगों को निलंबित किया गया था. इनमें दो दारोगा रैंक के थे और एक कांस्टेबल पद पर तैनात था. फिलहाल, इन लोगों पर वैधानिक प्रक्रिया के तहत विभागीय कार्रवाई की गई है.

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