पश्चिम बंगाल में तीन महिलाओं का दंडवत करते हुए वीडियो सामने आया है. बताया जा रहा है कि तीन आदिवासी महिलाओं ने सड़क पर दंडवत किया इसके बाद उन्होंने टीएमसी ज्वाइन कर ली. इस मामले को लेकर विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि महिलाओं ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. इसके बाद वे टीएमसी में गईं. बीजेपी में जाने को लेकर ही टीएमसी ने सजा के तौर पर महिलाओं को सरेआम दंडवत करने को कहा.
जानकारी के अनुसार, यह घटना Balurghat के तपन की है. यहां तीन महिलाओं ने लगभग एक किलोमीटर तक दंडवत किया. इसके बाद टीएमसी ज्वाइन की. बीच सड़क पर महिलाओं को दंडवत करता देख सब हैरान रह गए. वहीं इस मामले में टीएमसी का कहना है कि प्रायश्चित के तौर पर महिलाओं ने ऐसा किया है.
यहां देखें वीडियो
'TMC ने आदिवासी महिलाओं से जबरन दंडवत कराया'
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार ने कहा है कि ये तीन महिलाएं टीएमसी छोड़कर बीजेपी में आ गईं थीं, लेकिन जब इन तीनों ने टीएमसी में वापसी करनी चाही तो इन्हें जबरन दंडवत करवाया गया. वहीं बीजेपी इस मामले की शिकायत महिला आयोग से करने पर विचार कर रही है.
बीजेपी का आरोप- आदिवासियों का विरोध करती रही है तृणमूल कांग्रेस
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस हमेशा आदिवासी विरोधी पार्टी रही है. इन तीनों आदिवासी महिलाओं के साथ जो तृणमूल कांग्रेस ने किया है, वो आदिवासियों का अपमान है. मेरा आदिवासी समाज से आह्वान है कि इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करे. तृणमूल कांग्रेस ने आदिवासी महिलाओं के साथ जैसा किया है, इसका बदला लोकतांत्रिक तरीके से आदिवासी समाज ले. इससे पहले भी तृणमूल कांग्रेस ने द्रौपदी मुर्म के राष्ट्रपति बनने का विरोध किया था.
बीते दिनों केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने ममता पर साधा था निशाना
बता दें कि बीते दिनों केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने पश्चिम बंगाल के मौजूदा माहौल पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा था. प्रमाणिक ने कहा था कि मुख्यमंत्री के पद पर बैठकर ममता बनर्जी बेहद हल्की बातें कर रही हैं. उन्होंने कहा था कि वो नहीं, बल्कि पूरा देश कह रहा है कि बंगाल हिंसा के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है.
ममता बनर्जी ने अपने आवास पर की थी बैठक, पार्टी के सांसद ने कही थी ये बात
तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी ने बीते दिनों अपने आवास पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक की थी. बैठक के बाद टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस को यह नहीं समझना चाहिए कि वह विपक्ष की बिग बॉस है. उन्होंने कहा था कि बैठक को क्षेत्रीय दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने और कांग्रेस से समान दूरी बनाकर चलने पर बात हुई है.
राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर टीएमसी अपनी पूरी ताकत से खुद आगे बढ़ेगी. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस पता नहीं क्या कर रही है, लेकिन बंगाल में कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम साथ हैं और ममता सरकार को परेशान कर रहे हैं. हम राज्य के विपक्षी दलों से एकजुट होने के लिए बात करेंगे.
'कांग्रेस को यह नहीं लगना चाहिए कि वह विपक्ष की बिग बॉस है'
सांसद सुदीप बनर्जी ने कहा था कि टीएमसी ने अभी तक यह स्वीकार नहीं किया है कि वह बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी पर है. कांग्रेस को यह नहीं लगना चाहिए कि वह विपक्ष की बिग बॉस है. सांसद ने कहा था कि बीजेपी यह दिखाना चाहती है कि राहुल ही विपक्ष हैं, इसलिए मोदी के लिए जीत हासिल करना आसान है. अब पीएम फेस फिक्स करने की जरूरत नहीं है. लोकसभा चुनाव के बाद सब सामने आ जाएगा. एनडीए के 18 में से 15 दल 2019 के बाद बीजेपी का साथ छोड़ चुके हैं.